सहस्त्रार्जुन जयंती पर निकला चल समारोह
राय समाज द्वारा आयोजित महोत्सव में सुबह हुआ आराध्य का पूजन, शाम को अन्नकूट-सांस्कृतिक आयोजन के साथ मेधावी बच्चों का किया सम्मान
उज्जैन। भगवान सहस्त्रार्जुन जयंती समारोह का आयोजन प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी राय समाज द्वारा किया गया। जिसके तहत विशाल चल समारोह, मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान समारोह हुआ साथ ही बच्चों तथा महिलाओं द्वारा सांस्कृतिक आयोजनों की प्रस्तुतियां दी गई।
मीडिया प्रभारी मनोज तिलक के अनुसार 14 नवंबर को प्रातः 9 बजे निजातपुरा स्थित राय समाज धर्मशाला में आराध्य देव सहस्त्रार्जुन का पूजन हुआ। सुबह 11 बजे 15 वर्ष तक के बच्चों के बीच रांगोली प्रतियोगिता हुई। दोपहर 12 बजे मेहंदी प्रतियोगिता तथा दोपहर 1 बजे महिलाओं के लिए चेयररेस का आयोजन हुआ। तत्पश्चात दोपहर 3 बजे चल समारोह निजातपुरा स्थित राय समाज धर्मशाला से निकला जो क्षीरसागर गांधी उद्यान, टीबी हॉस्पिटल, चामुंडा माता चौराहा, देवासगेट, मालीपुरा, दौलतगंज, कंठाल होते हुए पुनः राय धर्मशाला पहुंचा। चल समारोह पश्चात धर्मशाला में शाम 7 बजे अन्नकूट लगाया गया। तत्पश्चात बच्चों का नृत्य, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गए। साथ ही मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान समारोह हुआ। इस अवसर पर अध्यक्ष महेश तिलक, उपाध्यक्ष रमेश राय शिवालय, सचिव देवेन्द्र राय, राजू राय, रोहित राय, शैलेन्द्र मांगीलाल राय, चंदू राय, प्रकाश राय, धर्मेन्द्र राय, गणेश राय, विष्णु तिलक, मनोज तिलक, रमेशचंद राय, बाबूलाल तिलक, रामचंद्र मालवीय, लक्ष्मीनारायण राय (बबल सेठ), शिवप्रसाद राय, राय समाज महिला अध्यक्ष श्यामा राय, रेखा राय, संतोष राय, नीता तिलक, सुनीता तिलक, मधु राय, श्वेता राय, कविता राय, रानु तिलक, अमिता तिलक (बबली), चंदा जायसवाल, लता राय, वरिष्ठ मार्गदर्शक भागवंती राय, मीना राय, संगीता राय, सुरेन्द्र राय, प्रदीप राय, विजय राय, हजारीलाल जायसवाल, मुकेश तिलक, संतोष राय, हरिओम राय, अजय राय, मुकेश राय, उमेश बच्चूलाल तिलक, नितेश तिलक, सीताराम तिलक, द्रोपती राय, आशा राय, नीतूबाला शिवहरे, रजनी राय, अंजू तिलक, कीर्ति राय, सपना तिलक, नेहा राय, सपना तिलक, नेहा राय, पूजा राय, दुर्गा राय, अनिता राय, सांस्कृतिक कार्यक्रम समिति के अभिषेक राय, प्रदीप राय, परिवेश राय, दीपांशु राय, अभिषेक राय, रूपेश तिलक, अभिषेक चौकसे, शिवम जायसवाल आदि मौजूद रहे।