टीपू सुल्तान की 267वीं जयंती पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की
उज्जैन। शेर ए मैसूर सुल्तान फतह अली खान टीपू सुल्तान की 267वीं जयंती पर शहीद पार्क स्थित शहीद स्मारक पर देश के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले सभी शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रध्दांजलि दी गई।
सर सय्यद अहमद वेलफेयर सोसायटी के सचिव पंकज जायसवाल एवं उपसंयोजक हाजी फजल बेग ने बताया कि इस अवसर पर समाजसेवी रईस अहमद ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपी जे अब्दुल कलाम ने टीपू सुल्तान को देश का पहला मिसाईल मेन बताया। आपने अंग्रेजों से चार लड़ाईयां लड़ी जिसमें से तीन में अंग्रेजों को परास्त किया। टीपू सुल्तान की सेना में हिंदू एवं मुस्लिम शामिल थे। टीपू के दीवान पुरनैया पंडित थे। अंग्रेजों ने फूट डालों राज करो नीति के तहत अंग्रेज और उनके समर्थक इतिहासकारों ने जानबूझकर टीपू सुल्तान को क्रूर और हिंदू विरोधी राजा बताया। इसके विपरीत आपने उस समय का सबसे बड़ा कावेरी बांध का निर्माण कराया। आपने सती प्रथा का अंत कराने में राजाराम मोहन राय के साथ ऐतिहासिक भूमिका निभाई। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी टीपू सुल्तान को महान एवं कुशल प्रशासक बताया। संस्था अध्यक्ष इकबाल उस्मानी के अनुसार इस अवसर पर चेतन ठक्कर, पार्षद मुजफ्फर हुसैन, मंसूर खान, शाकिर अंसारी, फारूक खान, संजय जोगी, सादिक मंसूरी, हाजी इकबाल हुसैन, शरीफ खान, फहीम सिकंदर, रफीक खान फोटोग्राफर सहित नागरिकगण मौजूद रहे।