गंभीर मरीजों का उज्जैन में ही हुआ इलाज, पहले इंदौर रैफर करना पड़ता था
उज्जैन। धारदार हथियारों से गंभीर रूप से घायल हुए दो युवकों का इलाज उज्जैन के ही श्री गुरूनानक अस्पताल में डॉ. उमेश जेठवानी ने कर उनका जीवन बचा लिया। पहले इस प्रकार के ऑपरेशन इंदौर, दिल्ली, मुंबई जैसे देश के बड़े शहरों के कारपोरेट अस्पतालों में बहुत अधिक खर्च में हो पाते थे वहीं अन्य शहरों में रैफर के दौरान कई गंभीर मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते थे लेकिन अब इस प्रकार के ऑपरेशन की सुविधा उज्जैन में ही श्री गुरूनानक अस्पताल में बहुत कम खर्च में उपलब्ध है।
शराफत शाह उम्र 26 वर्ष निवासी उज्जैन को धारदार हथियार से घायल होने के बाद अस्पताल में लाया गया था। मरीज के पेट, छाती व कुल्हें में गंभीर चोट आई थी जिससे मरीज की आंतें कट गई थीं और फेफड़ा भी फट गया था तथा कुल्हे की नस कटने के कारण अत्यधिक खून बह रहा था। डॉ. उमेश जेठवानी ने मरीज का तुरंत ऑपरेशन कर मरीज की आंतों को रिपेयर किया और पेट में जमा 2 लीटर खून को निकाला तथा फेफड़े और कुल्हें की नस को रिपेयर किया। जिसके बाद मरीज को आईसीयू में रखा गया और 4 बोतल खून चढ़ाया गया। वर्तमान में मरीज पूरी तरह स्वस्थ है।
असलम खान उम्र 30 वर्ष निवासी उज्जैन को धारदार हथियार से घायल होने के बाद श्री गुरूनानक अस्पताल में भर्ती किया गया था। मरीज के पेट, छाती और लीवर में गंभीर चोट आई, आंतें बुरी तरह कट गई थी तथा एक फेफड़ा भी फट गया था। अत्यधिक खून बह जाने के कारण मरीज का ब्लड प्रेशर भी 60/40 आ रहा था। डॉ. उमेश जेठवानी ने मरीज का तुरंत ऑपरेशन कर लीवर और आंतों को रिपेयर किया और पेट में जमा ढाई लीटर खून को भी निकाला तथा फेफड़े को रिपेयर किया। ऑपरेशन के बाद मरीज को आईसीयू में रखकर 6 बोतल खून चढ़ाया गया। वर्तमान समय में मरीज पूरी तरह स्वस्थ है।