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चांदी के रथ में निकले प्रभु, बग्घियों पर तपस्वी, तपस्या की अनुमोदना करने उमड़े हजारों समाजजन


 

15 तपस्वियों का श्रैणिक तप पूर्ण होने पर खाराकुआ पेढ़ी मंदिर से निकला वरघोड़ा-गच्छाधिपति नित्यसेन सूरिजी ने निश्रा प्रदान की-झूमते गाते निकले समाजजन

उज्जैन। 112 दिनों का श्रैणिक तप पूर्ण होने पर 15 तपस्वियों का विशाल वरघोड़ा शुक्रवार सुबह 9 बजे खाराकुआ स्थित सिध्दचक्रारारधान केसरियानाथ जैन श्वेतांबर मंदिर से निकला। जिसमें आगे-आगे 9 महिला मंडल, जिन शासन ध्वजा, बग्घियों पर तपस्वी, बैंड-बाजे, चांदी के रथ में प्रभु आदिनाथ सहित हजारों समाजजन शामिल हुए। मार्ग में सभी ने तपस्वियों की अनुमोदना की और तपस्वी अमर रहे का जयघोष किया। वहीं कुछ लोग भक्ति की धुन पर झूमते-गाते चले। 

जुलूस में गच्छाधिपति आचार्य देवेश नित्यसेन सूरिश्वरजी, साध्वी पूर्णयशाश्रीजी, साध्वी सुरेखा श्रीजी आदि साधु साध्वी मंडल ने निश्रा प्रदान की। जुलूस खाराकुआ मंदिर से प्रारंभ होकर नमकमंडी, छोटा सराफा, कंठाल, फव्वारा चौक, दौलतगंज, इंदौर गेट सखीपुरा, तोपखाना, बसफोड़ गली होते हुए पुनः खाराकुआ पेढ़ी मंदिर पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हुआ। साथ ही श्री ऋषभदेव छगनीराम पेढ़ी ट्रस्ट की ओर से मोती की माला, शाल, श्रीफल व स्वर्ण गिन्नी भेंटकर तपस्वियों का अभिनंदन किया। यहां आचार्यश्री ने तप को आत्म कल्याण व कर्मों की निर्जरा वाला मार्ग बताया और कहा कि चातुर्मास में कुछ ही दिन शेष हैं। जो लोग तपस्या नहीं कर पाए वे भी कुछ कर लें ताकि हम सभी को उनकी भी अनुमोदना का अवसर मिल जाये। उर्जा मंत्री पारस जैन भी पूरे जुलूस में पैदल चले। धर्मसभा में उन्होंने समाजजनों से आव्हान किया कि हम भी इस तपस्या के निमित्त कोई संकल्प लें और हमारी किसी एक बुराई को त्यागे। चाहे वह तंबाकू सेवन की हो, रात्रि भोजन या अन्य किसी भी तरह की बुराई जो हम त्याग सकते हैं वे करें। यही तपस्वी के प्रति सच्ची अनुमोदना है। उन्होंने भी सभी तपस्वियों का अभिनंदन किया। स्वागत उद्बोधन ट्रस्ट अध्यक्ष महेन्द्र सिरोलिया व गौतमचंद धींग ने दिया। तपस्या की भूमिका नरेन्द्र तरवेचा ने रखी। संचालन राहुल कटारिया ने किया व आभार ट्रस्ट सचिव जयंतीलाल जैन तेलवाला ने माना। 

इन्होंने की तपस्या

इस तप में 112 दिन की अवधि में तपस्वी नेमीचंद सालेचा, रूपचंद जैन, बाबूलाल जैन बिजलीवाला, शकुंतला जैन, शांतिलाल जैन गावड़ीवाला, राजलबेन जैन, निर्मल रोनवाल, निर्मलाबेन मेहता, दीपिका बेन शाह, कुसुम जैन डगवाला, अनारबाला मेहता, छायाबेन मेहता, सुमन खाबिया, आशाबेन खाबिया, उषाबेन कोचर ने गरम जल के 84 उपवास किये।

तपस्वियों का दूध से पाद प्रक्षालन

जुलूस खाराकुआ पेढ़ी मंदिर पहुंचने पर बग्घी से उतरे तपस्वियों का प्रफुल्लबेन अजीतकुमार गादिया परिवार ने चांदी के कलश में दूध द्वारा सभी तपस्वियों का पाद प्रक्षालन किया।  समाज के संजय जैन ज्वेलर्स, कल्याणमल जैन, संजय जैन खलीवाला, मनोहरलाल जैन, नरेन्द्र तरसिंग, मनोहरलाल जैन, संतोष सर्राफ, संतोष धींग, डॉ. पारस मारू, विशाल वोहरा सहित अन्य लोगों ने तपस्वियों का अभिनंदन किया। इस मौके पर प्रकाश नाहर, प्रेम चौरड़िया, सुशील जैन, धर्मेन्द्र जैन, दिलीप सिरोलिया, रजत मेहता, नितेश नाहटा, दीपक डागरिया, रितेश खाब्या, धीरज जैन, राजेश पटनी सहित सैकड़ों समाजजन शामिल रहे। इस मौके पर साधार्मिक वात्सल्य का आयोजन भी हुआ। जिसमें इंदौर, रतलाम, देवास, शाजापुर, महू, आगर सहित विभिन्न शहरों से आए समाजजन भी शामिल हुए। 

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