राजपूत समाज ने की शस्त्र पूजा, आचार संहिता के कारण मंदिर में माता के हाथ में स्थापित शस्त्र का किया पूजन
उज्जैन। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के तत्वावधान में राजपूत समाज ने दशहरा महापर्व पर शस्त्र पूजन किया। आचार संहिता का सम्मान रखते हुए समाजजनों ने चामुंडा चौराहा स्थित बीजासन माता मंदिर में रखे शस्त्र का पूजन कर महोत्सव को मनाया।
शुक्रवार दोपहर में शस्त्र पूजन से पूर्व महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात बीजासन माता मंदिर में रखे शस्त्र का पूजन कर दशहरे पर्व पर शस्त्र पूजन की राजपूत समाज की परंपरा का निर्वहन किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय महामंत्री अनिलसिंह चंदेल ने संबोधित करते हुए कहा कि राजपूतों ने शस्त्र राष्ट्र के लिए या शोषित पीड़ितों की रक्षा के लिए उठाये हैं। शस्त्र पूजा हमारी परंपरा का एक हिस्सा है। संचालन राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हरदयालसिंह ठाकुर ने किया। इस अवसर पर शहर अध्यक्ष राजेन्द्रसिंह चौहान, जिलाध्यक्ष उदयसिंह जादौन, युवा विंग के संभागीय अध्यक्ष राजा ठाकुर, युवा विंग के शहर अध्यक्ष आनंदसिंह खींची, शहर कार्यकारी अध्यक्ष चंदरसिंह भाटी, शरदसिंह चौहान, जिला कार्यकारी अध्यक्ष घनश्यामसिंह तंवर, राघवेन्द्रसिंह भदौरिया आदि ने संबोधित करते हुए दशहरे का महत्व बताया। आभार खुशालसिंह गौर ने माना। इस अवसर पर अर्जुनसिंह सिकरवार, सुरेशसिंह कुशवाह, वीरेन्द्रसिंह कुशवाह, शक्तिसिंह बैस, राजेशसिंह दिखित, महेशसिंह भदौरिया, प्रदीपसिंह परिहार, अनूपसिंह राणा, भारतसिंह राठौड़, शक्तिसिंह बैस, सुभाषसिंह तोमर, इंद्रवीरसिंह तोमर, यशवंतसिंह पंवार, मोहनसिंह सोलंकी, विश्वंभरसिंह भदौरिया, राजसिंह सेंगर, चंद्रभानसिंह राजपूत, कृष्णराजसिंह ठाकुर, अभिमन्युसिंह परिहार, सौदानसिंह, सूरजसिंह बैस, भारतसिंह राठौड़, अरूण केसरिया, लक्की दरबार, विनोदसिंह बैस, अनिलसिंह राजपूत, विजयसिंह रघुवंशी, आनंदसिंह सिकरवार, मोहितसिंह ठाकुर, रणवीरसिंह सेंगर, नरेन्द्रसिंह चौहान, कुलदीपसिंह कुशवाह, धनसिंह चौहान, दुर्गाशंकरसिंह राणा, अर्जुनसिंह बैस, प्रकाशसिंह श्रीधर आदि उपस्थित थे।