एक नहीं अनेक विशेषताएं हैं चुनाव में काम आने वाली मशीन की
उज्जैन । आगामी विधानसभा चुनाव में काम आने वाली मशीन की एक नहीं अनेक विशेषताएं हैं। इसमें 3 भाग होंगे कंट्रोल यूनिट, केंडिडेट यूनिट और वीवीपेट। यह मशीन अधिकतम 384 प्रत्याशियों के लिये काम आ सकती है। चुनाव के दिन वोट डालने वाले को अपने वोट की पर्ची दिखाई देगी, जिस पर वहीं नाम और चुनाव चिन्ह होगा, जिसे वोट दिया गया है। अगर मतदाता को लगता है कि जिसे उसने वोट दिया है, उस प्रत्याशी को वोट नहीं गया है तो मतदाता चैलेंज वोट डाल सकता है। चैलेंस सही पाये जाने पर चुनाव दुबारा होगा, लेकिन यदि चैलेंज गलत पाया गया तो वोटर को 6 महीने की जेल और 1 हजार रूपये जुर्माना हो सकता है।
वोटिंग मशीन की खास बात यह है कि यह केवल एक बार ही प्रोग्राम की जा सकती है। यह सेल्फ चेकिंग मशीन है जो हर बार शुरू करते ही अपने सभी हिस्से खुद चेक करती है। चेकिंग करते समय 7 खाली पर्ची निकालती है, जिन पर लिखा होता है 'नॉट टू बी काउंटेड'। इस मशीन में थर्मल प्रिंटर लगा हुआ है। यह मशीन चुनाव के शुरू और खत्म होने का समय बताती है। इस मशीन से जुड़ा टाइमर 10 साल तक चलता रहता है। वीवीपेट का 7 सेकेंड तक पर्ची दिखाई देती है। मशीन से कोई भी बाहरी उपकरण नहीं जोड़ा जा सकता है। यह केवल इसके लिये बनाये गये उपकरणों को ही पढ़ेगी।