top header advertisement
Home - उज्जैन << अष्ट द्रव्य का थाल सजाकर श्री कल्याण मंदिर में हुआ मंडल विधान, तपोभूमि गरबो में प्रथम रहा प्रज्ञा कला मंच

अष्ट द्रव्य का थाल सजाकर श्री कल्याण मंदिर में हुआ मंडल विधान, तपोभूमि गरबो में प्रथम रहा प्रज्ञा कला मंच


 


उज्जैन। श्री महावीर तपोभूमि पर इन दिनों नौ दिवसीय विधान मुनि श्री प्रज्ञा सागर जी महाराज के आशीर्वाद से संपन्न किया जा रहा है जिसमें विधानाचार्य श्रयस जैन एवं पंडित विशाल जैन संगीत में पूजा एवं विधान करा रहे हैं। सोमवार को श्री कल्याण मंदिर मंडल विधान की रचना की और मंडल जी का पूजन बड़ी भक्ति भाव से किया। 
अष्ट द्रव्य का थाल सजाकर श्री जी की पूजा की और 108 जप भी दिए सर्वप्रथम श्री जी का अभिषेक व श्री मज्जिनेन्द्र भक्ति महोत्सव के अंतर्गत  श्रीजीकी शांतिधारा करने का सौभाग्य विमल मंजुला देवी जैन एवं श्री कल्याण मन्दिर विधान करने का सौभाग्य भूषण निर्मला जैन, ओमप्रकाश अंजु जैन, सौरभ रशमी कासलीवाल, धर्मेंद्र अनिता झांझरी,पुष्पराज ज्योती जैन परिवार को प्राप्त हुआ। समाज सचिव सचिन कासलीवाल ने बताया कि 16 अक्टूबर मंगलवार को कर्म दहन विधान आयोजित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि तपोभूमि में मंडल विधान के साथ तपोभूमि गरबा उत्सव में धीरेंद्र सेठी के संयोजन में जैन भजनों के गरबा डांडिया रास प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया जिसमे शामिल होने वाले विजेता ग्रुप को आकर्षण इनाम प्रदान किये। प्रथम विजेता रही टीम प्रज्ञा कला मंच को विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया साथ ही अन्य दो टीमों को भी विशेष पुरस्कार प्रदान किया एवं तीन टीमों को  प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किया गया। लगभग 6 टीमों की विशेष प्रस्तुति शाम होते ही तपोभूमि गरबों के रंग में रंग गई और देखते ही देखते समाज की अनेक प्रतिभा और मंडलों ने भाग लेकर मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रज्ञा कलामंच, प्रज्ञा पुष्पा मंच, विराग महिला मंडल, नयापुरा महिला मंडल, नारी चेतना मंडल, अवंति परिषद ने गरबों के रंग से कन कन झूम उठा सब महिला ग्रुप अपने अपने पोशाकों के रंग में तपोभूमि में गरबे में झूम रहे थे। जैन भजनों में गरबे की ऐसी धूम उज्जैन में पहली बार देखी गई। बड़ों से लगाकर बच्चों तक एवं महिलाओं और पुरुषों को भी विशेष पुरस्कार प्रदान किए गए। संपूर्ण कार्यक्रम में तपोभूमि ट्रस्ट प्रज्ञा कला मंच प्रज्ञा पुष्प मंच प्रज्ञा बाल मंच का विशेष सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम के पहले श्री महावीर भगवान की भव्य आरती मुनि श्री प्रज्ञा सागर जी महाराज की आरती चौबीस दीपको से संपन्न हुई।

Leave a reply