राम मंदिर के नाम पर इकट्ठा हुए 14 सौ करोड़ का घोटाला किया प्रवीण तोगड़िया ने
अखिल भारत हिंदू महासभा ने लगाया आरोप-प्रवीण तोगड़िया को बताया घोटालेबाज और हिन्दुत्व द्रोही है
उज्जैन। राम मन्दिर में इकट्ठा हुए 14 सौ करोड़ का घोटाला किसने किया इस बात का जवाब देने में हमेशा मुंह छुपाने वाले तोगड़िया को जब सुनसान जगह पर मरणा सन्न हालात में पड़ा पाया गया तो हमने भाजपा सरकार पर तोगड़िया के खिलाफ हत्या की साजिश का आरोप लगाया, हमने हर मंच से तोगड़िया के हित की बात की परन्तु तोगड़िया सदैव से ही हिन्दुत्व विरोधी होने की गतिविधियों में शामिल रहे है।
उक्त बात अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रिय महासचिव देवेन्द्र पाण्डेय ने कहते हुए बताया कि प्रवीण भाई की पुरानी गलतियों को नजर अंदाज कर हमने उन्हें हिन्दू महासभा में सम्मान देने की बात कही परन्तु अपनी आदत से मजबूर तोगड़िया ने हमारे उन विरोधियों से जाकर गठबंधन किया जो सदैव से ही हिन्दू महासभा को कमजोर करने की साजिश करते रहे है। प्रवीण तोगड़िया ने हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं को गुमराह करने का काम तो किया ही जिस संगठन के नाम पर वो देश भर के हिन्दुओं के साथ छल कर रहे है उसका निर्वाचन आयोग में कोई रजिस्ट्रेशन नही है। अतः स्पष्ट है कि ये हिन्दुओं को गुमराह कर भारत को कमजोर करने की साजिश में लगे हुए है, हिन्दू महासभा के प्रांतीय प्रवक्ता हिन्दू गौ रक्षा महासभा के प्रान्तीय संयोजक मनीष सिंह चौहान ने बताया कि हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव देवेन्द्र पाण्डेय ने उपरोक्त आरोप लगाते हुए कहा कि प्रवीण भाई तोगड़िया यदि सच्चे हिन्दू हितैषी है तो सर्वप्रथम राम मन्दिर के उस चंदे का खुलासा करें जिसमें 14 सौ करोड़ का गबन हुआ। प्रवीण अपने संगठन का उद्देश्य स्पस्ट करें जिसे बिना रजिस्टर्ड कराए ही वो राष्ट्र के राजनीति को बदलने की बात करते हैं, प्रवीण को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वो हिन्दू महासभा को कमजोर करने की साजिश क्यो कर रहे है। मनीष सिंह ने कहा कि हिन्दुओं को ऐसे बहुरूपीये से सतर्क रहना चाहिए जिनकी कथनी करनी संदेहास्पद हो। तोगड़िया को स्पष्ट करना होगा कि वो किसकी सरकार बनाने हिन्दुओ को गुमराह कर रहे है। उनका मकसद क्या है। मनीष सिंह चौहान ने कहा कि जो लोग हिन्दुत्व के नाम पर गुमराह हो रहे है उन्हें आत्म चिंतन करना होगा। 4 बार भाजपा की सरकार बनी उसी सरकार द्वारा प्रवीण भाई को सुरक्षा और वीआईपी प्रोटोकॉल मिला फिर राम मन्दिर क्यो नही बना, भाजपा की सरकार रहते कभी भी इन्होंने राममन्दिर बनाने सरकार पर जोर नही डाला जब खुद नंगे हुए अपनी पीड़ा को छुपाने फिर मंदिर और हिन्दुत्व का नारा दिया। अर्थात स्पष्ट है ये हिन्दुओ को भ्रमित कर मजे लूटने वाले लुटेरे हैं राष्ट्र, धर्म और हिन्दुत्व से इनका कोई लेना देना नही गुमराह तो वो है जिन्होंने ने अपने आँखों मे पट्टी बांध कर ऐसे ठग का अनुसरण करें शुरू किया है। यदि तोगड़िया सच्चे है तो उपरोक्त सवालों का जवाब उन्हें सार्वजनिक रूप से देना चाहिए अन्थय देश के हिन्दुओ से इन्हें यह कहते हुए माफी मांगनी चाहिए कि वो निहित स्वार्थों हेतु कार्य कर रहे है।