निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी का संभाग स्तरीय प्रशिक्षण सम्पन्न
निर्वाचन के तकनीकी कामों को गंभीरता से लिया जाये
उज्जैन । राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदेश के संभाग स्तरों पर नियुक्त नोडल इंजीनियर द्वारा ईआरओ नेट की 'हेण्ड्स ऑन ट्रेनिंग' दी जा रही है। नोडल इंजीनियर श्री पुनीत ग्रोवर द्वारा रविवार 8 जुलाई को प्रात: सिंहस्थ मेला कार्यालय उज्जैन में निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों की संभाग स्तरीय ट्रेनिंग दी गई। नवीन वर्जन के द्वारा मतदाता सूचियों के बेहतर प्रबंधन हेतु नया फीचर्स लांच किया गया है। डेशबोर्ड में मतदाता सूचियों के सम्बन्ध में नये फीचर्स से रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को नवीन मतदाता, अनुपस्थित मतदाता, स्थानान्तरित मतदाता, मृत मतदाता, मल्टीपल इंट्री सम्बन्धी जानकारी अब तत्काल मिल जायेगी।
श्री पुनीत ग्रोवर ने बताया कि नये फीचर्स से ईआरओ नेट वर्जन-2 मतदाता सूचियों को परिशुद्ध बनाने की दृष्टि से ज्यादा उपयोगी सिद्ध होगा तथा विभिन्न प्रकार के फार्मेट में जानकारी एक्सल शीट में बनाई जा सकती है और सिंगल क्लिक पर जानकारी उपलब्ध रहेगी। ईआरओ नेट वर्जन-2 के नये लांच में फार्म-6, 07, 08, 8क, प्रोसेसिंग आसानी से हो जायेगी। प्रशिक्षणार्थियों को निर्वाचन के तकनीकी कामों को बारिकी से जानकारी दी और कहा कि तकनीकी कामों को गंभीरता से पूर्ण किया जाये। निर्वाचन के कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होना चाहिये।
प्रशिक्षण के पूर्व संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने प्रशिक्षण में आये संभाग के समस्त प्रशिक्षणार्थियों को निर्देश दिये कि सभी ईआरओ सुनिश्चित करें कि केवल पात्र व्यक्तियों के ही नाम दर्ज हों। वर्तमान में प्राप्त नवीन ईवीएम एवं वीवीपेड का प्रचार-प्रसार अत्यधिक किया जाये। साथ ही स्वीप की गतिविधियों का भी प्रचार किया जाये। संभागायुक्त श्री ओझा ने कहा कि अपने-अपने जिलों में स्थापित मतदान केन्द्रों का शत-प्रतिशत सत्यापन करना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों द्वारा फार्म-6 नाम जोड़े जाने हेतु, नाम घटाये जाने हेतु फार्म-7, प्रविष्टियों में सुधार हेतु फार्म-8 प्राप्त करें। एक विधानसभा अन्तर्गत एक मतदान केन्द्र से दूसरे मतदान केन्द्र में स्थानान्तरित करने हेतु फार्म 8क लिया जाये। संभागायुक्त ने नवीन वर्जन को गंभीरतापूर्वक नोडल इंजीनियर के द्वारा दी जा रही जानकारी को सीखें और स्वयं अपने अधीनस्थ अमले को भी अवगत कराया जाये।
इस अवसर पर कलेक्टर उज्जैन श्री मनीष सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों को ईआरओ नेट वर्जन-2 के वृहद उपयोगिता का विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अवगत कराया कि आयोग द्वारा नियुक्त नोडल इंजीनियर श्री पुनीत ग्रोवर के द्वारा बताई गई जानकारियों को समझकर कार्य किया जाना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर कलेक्टर शाजापुर श्री श्रीकान्त बनोठ, उपायुक्त श्री पवन जैन, उप जिला निर्वाचन अधिकारी उज्जैन श्रीमती शैली कनाश एवं संभाग के समस्त जिलों के निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी आदि उपस्थित थे।
प्रशिक्षण में नोडल इंजीनियर श्री पुनीत ग्रोवर ने पावर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश अनुसार निर्वाचन के कार्यों की तकनीकी जानकारियों से प्रशिक्षणार्थियों को अवगत कराया। समस्त प्रशिक्षणार्थियों को कम्प्यूटर, इंटरनेट आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी और प्रशिक्षणार्थियों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया गया। इस अवसर पर संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने प्रशिक्षणार्थियों को निर्देश दिये कि निर्वाचन की जिन तकनीकों के बारे में नोडल इंजीनियर के द्वारा दी जा रही जानकारियों को गंभीरता से ग्रहण कर अपने-अपने जिले में निर्वाचन के काम को समय-सीमा में पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने प्रशिणार्थियों को अवगत कराया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नये लांच किये गये साफ्टवेयर ईआरओ-2 के बारे में जानकारी दी और अवगत कराया कि नये वर्जन में ईआरओ से लेकर एआरओ आदि निर्वाचन से जुड़े अधिकारी रिपोर्ट जनरेट करने की व्यवस्था की जाये। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी से अनुरोध किया कि वह निर्वाचन के कामों को समय-समय पर मॉनीटरिंग करें। मतदाता सूची में नाम जोड़ने, बीएलओ के माध्यम से की जाने वाली इंट्री, आवेदनों के सत्यापन आदि की व्यवस्था समय-सीमा में पूर्ण की जाना चाहिये। उन्होंने बताया कि डुप्लीकेट ईपिक की पहचान अनिवार्य रूप से की जाये। एक ही मतदाता का नाम अलग-अलग स्थानों पर नहीं होना चाहिये। नये साफ्टवेयर ईआरओ-2 लॉजिकल एरर को घटाकर 14 ऑप्शन में समाहित किया गया है। मतदान केन्द्र के डिटेल एवं अपडेट आदि की जानकारी को ऑनलाइन किया गया है। प्रशिक्षण दो सत्रों में हुआ।