झगड़ा किसी ओर ने किया, वीडियो वायरल हुआ तो गरीब महिलाओं की छीन गई रोजी रोटी
अखिल भारत हिंदू महासभा ने पीड़ित महिलाओं के साथ एसपी के नाम दिया ज्ञापन-महाकाल के बाहर दुकानें पुनः लगाए जाने की मांग
उज्जैन। लगभग 20 दिन पहले महाकाल मंदिर के बाहर हार फूल दुकानों के सामने हुए झगड़े का वीडियो वायरल होने के बाद हटाए गए दुकानदारों ने शुक्रवार को एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा। अखिल भारत हिंदू महासभा प्रदेश प्रवक्ता मनीषसिंह चौहान के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में दुकानदारों ने कहा उक्त वायरल हुए वीडियों में झगड़ा करने वाले पक्ष थे जो लोग दुकान लगाते हैं उनसे किसी प्रकार से वास्ता नहीं रखते फिर भी झगड़ा करने वालों के कारण हमें भी इसका शिकार होना पड़ा और इनकी दुकानें हटा दी गई।
महासभा प्रदेश प्रवक्ता मनीषसिंह चौहान के अनुसार महाकालेश्वर मंदिर के बाहर कंठी माला, कुमकुम, मेहंदी, चित्र, भक्ति भंडार सामग्री बेचने वाले हारफूल प्रसादी व्यवसायियों को झगड़े का वीडियो वायरल होने के बाद मंदिर के बाहर से हटा दिया गया था। जिससे पिछले 20 दिनों से इन परिवारों की आजीविका छिन गई और 10 परिवारों के 4 दर्जन से अधिक सदस्य भूखमरी की कगार पर आ गए हैं। बेरोजगार हुए परिवारजनों में अधिकांश विधवा, परित्यक्तता, तलाकशुदा महिलाएं हैं और अपने बच्चों के पालन पोषण, शिक्षा दीक्षा हेतु पारिवारिक मर्यादाओं को छोड़कर यहां पर व्यवसाय करने को विवश हैं। मनीषसिंह चौहान के साथ ज्ञापन देने पहुंचे नंदकिशोर पाटीदार, सोनू जायसवाल, कृष्णा मालवीय, अनिल गोंडेकर, राहुल मिश्रा, राहुल गौसर, अरविंदसिंह, शयना नहर, हरि माली, जितेन्द्रसिंह, विशाल अखंड, पंकज राठौर, शिवनारायण तंवर, करण पटेल, नवीन सोलंकी, गोपाल बाथम, ममता कहार, लक्ष्मी बाथम, रूक्मणी कहार, शारदा कहार, गीता रायकवार, बसंती कहार, कृष्णा कहार, गंगा कहार, रूपा कहार, संगीता बैरागी, मोना कहार, पूजा बैरागी आदि ने मानवीयता के आधार पर दुकान लगाने वालों को पुनः अनुमति प्रदान करने की मांग की है।
गौमांस दुकानें अब तक नहीं हटी, हार फूल वाले तत्काल हटा दिये गये
मनीषसिंह चौहान ने कहा एक झगड़े के कारण महाकाल मंदिर के बाहर लगी भक्ति भंडार की दुकानें तत्काल हटा दी गई और इन परिवारों के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई। वहीं महाकाल थाना क्षेत्र में बड़ी मात्रा में गौमांस बिक रहा है पुलिस ने उन लोगों पर कभी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। बल्कि 30 से 35 सालों से हार-फूल, प्रसाद की दुकान लगाकर परिवार पाल रही बेसहारा औरतों के खिलाफ कार्रवाई कर उनकी रोजी रोटी छीन ली है। कुछ साल पहले जिला कलेक्टर पर हमला करने वाले गौ मांस विक्रेताओं द्वारा आज भी क्षेत्र में खुले रुप से गाय का मांस और पाड़े का मांस बेचा जा रहा है। महाकाल की भस्म आरती के समय गौ माता की हत्या पर रोक नहीं लग पा रही।
10 से अधिक परिवार हुए बेरोजगार
मनीषसिंह चौहान ने कहा कि सावन महीना आने वाला है ऐसे में इन परिवारों को दुकान लगाने की अनुमति नहीं दी गई तो इनके परिवार में भूखे मरने की नौबत और बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ेगा।