बाबा बूढ़ा अमरनाथ यात्रा, अयोध्या में राम मंदिर के लिए बाबा महाकाल से प्रार्थना
बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक यात्रा की सफलता के लिए पहुंचे महाकाल के दरबार में
उज्जैन। 16 अगस्त से प्रारंभ होने वाली बाबा बूढ़ा अमरनाथ यात्रा की निर्विघ्न सफलता के लिए बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक सोहन सोलंकी उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने यात्रा की निर्विघ्न सफलता के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में आज 6 जुलाई को होने वाली राम मंदिर की सुनवाई में जल्द हिंदू समाज के पक्ष में निर्णय हेतु भी बाबा महाकाल से कामना की ताकि जल्द अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया जा सके।
बजरंग दल जिला संयोजक अंकित चौबे के अनुसार बाबा बूढ़ा अमरनाथ की यात्रा प्रतिवर्ष बजरंग दल द्वारा आयोजित की जाती है। 16 अगस्त से यात्रा प्रारंभ हो रही है इस यात्रा में हजारों यात्री देशभर से पहुंचेंगे जिसकी सफलता के लिए राष्ट्रीय संयोजक सोहन सोलंकी उज्जैन पहुंचे थे। यहां महामृत्युंजय द्वार पर उनका स्वागत प्रांत संयोजक महेश आंजना, विभाग संघठन मंत्री वासुदेव पण्ड्या, विभाग मंत्री विनोद शर्मा, जिला अध्य्ाक्ष अशोक जैन, जिला मंत्री महेश कुमावत, जिला सह मंत्री मनीष रावल, जिला विद्यार्थी प्रमुख राजा बना, जिला सह सुरक्षा प्रमुख आकाश मैना, रोहित शर्मा, पवन पाटीदार, बबलू मिमरोट, श्याम जाट, बजरंग दल जिला संयोजक अंकित चौबे ने किया। सोहन सोलंकी ने कहा आज 6 जुलाई को राम मंदिर की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। हमें भरोसा है कि जल्द ही हिंदू समाज के पक्ष में निर्णय आएगा। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि सुप्रीम कोर्ट शीघ्र निर्णय दे ताकि अयोध्या में राम मंदिर बन सके। बजरंग दल के देशभर के 40 लाख कार्यकर्ताओं के साथ देश के युवाओं को साथ लेकर दुर्व्यसनों से दूर कर देशभक्ति के लिए काम करने के लिए बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने आए। राम मंदिर की सुनवाई के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में 35 ए धारा पर भी सुनवाई है हमें भरोसा है कि यह धारा असंवैधानिक घोषित होगी असंवैधानिक होते ही 370 का बड़ा हिस्सा निष्प्रभावी हो जाएगा और हिंदू समाज का वहां जाना आना व्यापार व्यवसाय प्रारंभ हो जाएगा।
यात्रा आरंभ की तो रूका हिंदूओं का पलायन
सोहन सोलंकी ने कहा कि जम्मू काश्मीर में हिंदूओं को घाटी से खदेड़ा गया और बाद में पूंछ रजौरी से भी भगाने का षड़यंत्र रचा। तब बजरंग दल ने यात्रा आयोजित की तब से हजारों लोग यात्रा पर जा रहे और वहां से पलायन करने का सोच रहे हिंदू वहीं रूक गए हैं और आज स्वाभिमान के साथ अपना जीवन जी रहे हैं।
चुनाव नहीं, 500 साल से करोड़ों हिंदूओं की श्रध्दा का विषय
मतदान करना हमारी जिम्मेदारी है, मेरा वोट देश के लिए, मेरा वोट किसी जाती के लिए नहीं, स्वार्थ के लिए नहीं, निजी हित के लिए नहीं क्योंकि मेरे वोट से देशहित प्रभावित होता है इसलिए देश हित में मतदान करें। भारत में लगातार चुनाव होते रहे हैं, सुनवाई की तारीख भी चलती रहती है। राम मंदिर का किसी चुनाव से संबंध नहीं यह 500 साल से करोड़ों हिंदूओं की श्रध्दा का विषय है, इसका संबंध विश्वभर में फैले करोड़ो श्रध्दालुओं से है जो राम को आराध्य मानते हैं। 77 बार लड़ाई लड़ी साढ़े चार से 5 लाख हिंदूओं ने बलिदान दिया, कार सेवकों ने बलिदान दिया है उन सबकी तपस्या साधना सफल होने वाली है।