जनसुनवाई में किसानों का जमकर हंगामा, आत्महत्या की कोशिश
ujjain @ भले ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री किसान के हित में हर संभव मदद की बात करते हो, लेकिन जनसूनवाई के दौरान किसानों की पीढ़ा देखकर अधिकारी भी अचंभित है। उज्जैन में जनसूनवाई के दौरान आज दो अलग-अलग मामलों में किसानों ने हंगामा किया। एक किसान ने तो खूद पर कैरोसीन डालने कर आत्महत्या की कोशिश भी की। जबकि एक किसान जमीन पर लेट गया और अपनी समस्या के समाधान की गुहार लगाता रहा।
उज्जैन में आज जनसुनवाई के दौरान जमकर हंगामा हुआ। दरअसल दो अलग-अलग मामलों में किसान अपनी समस्याएं लेकर आये थे, लेकिन दोनों ही किसानो ने सुनवाई के दौरान हंगामा कर दिया। पहले असलावदा के रहने वाले किसान मांगीलाल यादव जनसूनवाई में पहुंचे। उन्होंने अपनी आप बीती बताते हुए सिस्टम से नाराज होकर केरोसिन की बोतल खोल ली और अपने ऊपर डालने की कोशिश करने लगे। वो तो गनीमत रही की पुलिस कांस्टेबल ने देख लिया और किसान मांगीलाल यादव को रोककर कैरोसीन की बोतल छीन ली। किसान यादव ने बताया कि उसकी जमींन के पास एक अन्य की जमींन है। जिसने पानी की आव रोक दी है। यादव ने इस मामले की शिकायत तहसील में कई बार की। लेकिन आज तक जब सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में परेशान होकर यादव ने आत्महत्या की कोशिश की।
वहीं दूसरी और गांव सामेनरा के रहने वाले किसान धूलजी ने जनसुनवाई के दौरान हंगामा मचा दिया। हंगामे को देखते हुए अधिकारियों ने पुलिस को बुलाकर किसान को बाहर का रास्ता दिखा दिया। लेकिन किसान धूलजी आफिस के बाहर जमीन पर लेट गया और जोर जोर से चिल्लाने लगे। दरअसल दुल्जी की 7 बीघा जमीं है और उसकी जमीं पर अमृत और लक्ष्मी नारायण ने कब्जा कर रखा है। इसको लेकर भी धूली ने कई बार शिकायत की, लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो आखिरकार उन्होंने हंगामा कर दिया। हालाकि इस पूरे मामले में कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बचता नजर आ रहा है।