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वास्तव में निगम का खजाना खाली, तो सम्मेलन बुलाओ


 

निगमायुक्त को पत्र लिखकर नेता प्रतिपक्ष ने की सम्मेलन बुलाने की मांग

उज्जैन। नगर निगम की वित्तीय स्थिति खराब होने के कारण रूके हुए नगर के प्रमुख निर्माण कार्यों की स्वीकृति को लेकर विशेष सम्मेलन बुलाने की मांग नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र वशिष्ठ ने निगमायुक्त को पत्र लिखकर की है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि यदि वास्तव में नगर निगम का खजाना खाली है और यही कारण है कि नगर निगम के निर्माण कार्यों की स्वीकृति जिस प्रकार से दी जाना चाहिये वह नहीं दी गई और लाखों करोड़ों रूपये की फिजूल खर्ची बड़ी है तो नगर निगम का विशेष सम्मेलन आहुत किया जाना चाहिये और वित्तीय स्थिति एवं निर्माण कार्यों के संबंध में सभी पार्षदों के साथ नगर विकास के संबंध में चर्चा की जा सकें एवं निर्णय लिये जा सकें। 

नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र वशिष्ठ ने पत्र में निगमायुक्त को बताया कि नगर निगम का वित्तीय बजट 28 मार्च को स्वीकृत हुआ। तीन माह से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद वित्तीय बजट वर्ष 2018-19 से संबंधित पार्षद मद, निगम मद, गंदी बस्ती मद एवं ग्रामीण क्षेत्रों के वार्डों में निर्माण हेतु ग्रामीण मद एवं अन्य मदों से संबंधित निर्माण कार्यों की स्वीकृति प्रदान नहीं होने से शहर एवं वार्डों के अतिमहत्वपूर्ण विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। शहर के कई ऐसे वार्ड हैं जिनमें गांव क्षेत्र, झुग्गी बस्तियां, अनुसूचित जाति बस्तियां शामिल हैं जिनमें निर्माण कार्यों की काफी आवश्यकता है। निर्माण कार्य जिनकी स्वीकृति पिछले वित्तीय वर्ष के आधार पर की गई थी ऐसे निर्माण कार्य भी नगर निगम प्रारंभ नहीं कर पाया है। 

खर्च ज्यादा कर दिया या फिजूल खर्ची बड़ी

नेता प्रतिपक्ष वशिष्ठ ने पत्र के माध्यम से पूछा है कि नगर निगम की वित्तीय स्थिति खराब क्या राज्य शासन से अनुदान प्राप्त नहीं होने के कारण हुई या सफाई व्यवस्था पर तीन गुना खर्च किया जा रहा था, वहीं अब और ज्यादा तो नहीं खर्च हो रहा है या नगर निगम की फिजूलखर्ची बड़ी है। 

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