घर मिल गया, लाइट लग गई, गैस मिल गई, अब बच्चों को शिक्षा दें, हुनर सिखाएं, आमदनी बढ़ाएं
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने की विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों से चर्चा
उज्जैन । राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने आज शनिवार को उज्जैन सर्किट हाऊस पर शासन की विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों से चर्चा की। उन्होंने हितग्राहियों से कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास के माध्यम से पक्का घर मिल गया है, सौभाग्य योजना में लाइट लग गई है, उज्ज्वला योजना में गैस मिल गई है। अब वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दें, हुनर सीखें तथा अपनी आमदनी बढ़ाएं। केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार उन्हें विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से निरन्तर लाभ दे रही हैं।
बैठक में विभिन्न योजनाओं के हितग्राही, कलेक्टर श्री मनीष सिंह, निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल, अपर कलेक्टर श्री दीपक आर्य तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
1300 को दिया बीमा योजनाओं का लाभ
हितग्राही मायाबाई ने राज्यपाल को बताया कि गत दिनों सड़क दुर्घटना में उनकी पति की मृत्यु हो गई थी। इस पर प्रधानमंत्री बीमा योजना के अन्तर्गत उन्हें 2 लाख रूपये की राशि बीमा कंपनी से प्राप्त हुई है। सम्बन्धित विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री बीमा योजना के अन्तर्गत अभी तक 1300 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने हितग्राहियों को बताया कि जन धन योजना के अन्तर्गत वर्ष में एकमुश्त 330 रूपये अथवा प्रतिमाह 12 रूपये प्रीमियम की राशि हितग्राही को देनी होती है। इसके बाद उन्हें दुर्घटना में मृत्यु पर 2 लाख रूपये, 2 अंग भंग पर 2 लाख रूपये तथा 1 अंग भंग पर 1 लाख रूपये की सहायता मिलती है। वे प्रीमियम अवश्य जमा कराएं।
3.73 लाख हितग्राहियों के खाते खोले
प्रधानमंत्री जन धन योजना के विषय में बताया गया कि उज्जैन जिले में अभी तक 3.73 लाख व्यक्तियों के खाते खोले जा चुके हैं तथा 27 हजार हितग्राहियों के खाते खोले जाने हैं। शेष व्यक्तियों के पहले से ही बैंक में खाते थे। इसके बाद उज्जैन जिले के शत-प्रतिशत व्यक्तियों के बैंक में खाते हो जाएंगे। राज्यपाल ने शेष हितग्राहियों के खाते भी शीघ्र खुलवाने के निर्देश दिए।
धुंआ नहीं, कालापन नहीं, आंखें भी खराब नहीं होती
राज्यपाल को उज्ज्वला गैस योजना के हितग्राही ने बताया कि पहले उन्हें चूल्हे पर खाना बनाना पड़ता था, परन्तु अब गैस के मिल जाने से धुंआ नहीं होता, घर काला नहीं होता तथा आंखें भी खराब नहीं होती। साथ ही समय की भी बचत होती है। खाद्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले में योजना अन्तर्गत 1 लाख 9 हजार हितग्राहियों का चयन किया गया था, जिनमें से 77 हजार को गैस कनेक्शन दे दिए गए हैं तथा शेष को शीघ्र प्रदाय कर दिए जाएंगे। उज्जैन जिले के 59 गांव धुंआमुक्त घोषित किए जा चुके हैं।
लाइट मिली, अंधेरा खत्म
राज्यपाल को सौभाग्य योजना के हितग्राहियों पंकज पिता विक्रम ग्राम लेकोड़ा, ममता पति कमल आदि ने बताया कि जब से उनके घर में लाइट आई है, अंधेरा खत्म हो गया है। अब वे घर का काम आसानी से करते हैं। साथ ही बच्चों को पढ़ने में अत्यन्त सुविधा हो गई है। राज्यपाल ने बिजली विभाग को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि जिले के समस्त स्कूलों एवं आंगनवाड़ी भवनों में अनिवार्य रूप से लाइट लग जाए। विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले में 23 हजार 312 घरों को बिजली कनेक्शन दिए जाने के बाद जिले के शत-प्रतिशत घरों में अब बिजली हो गई है। अभी भी यदि कोई घर छूटा होगा तो उसे भी कनेक्शन दे दिया जाएगा। इसके अन्तर्गत 200 रूपये अधिकतम बिजली का बिल देना होता है। राज्यपाल ने निर्देश दिए कि लाइट के आ जाने से अब गांव में इलेक्ट्रिक सिलाई मशीन, लाइट रिपेयरिंग, कम्प्यूटर रिपेयरिंग आदि कार्य सिखाए जाएं, जिससे आमदनी बढ़े।
स्वयं का मकान सपने जैसा लगता है
प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों उमरावबी, अयोध्याबाई ग्राम हरसोदन तथा संजू सोनवाल, कलाबाई पटेल कंचनपुरा उज्जैन ने राज्यपाल को बताया कि पहले उनके पास रहने का ठिकाना नहीं था, तब वे सपने में भी नहीं सोच सकते थे कि उनका मकान होगा। मकान ने उनके जीवन में एक निश्चिंतता दी है। स्वयं का मकान सपने जैसा लगता है। राज्यपाल ने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री आवास के आसपास रोड, लाइट, ड्रेनेज, पीने के पानी की व्यवस्था के साथ-साथ वहां पौधारोपण आदि के माध्यम से अच्छा परिवेश बनाया जाए। निगमायुक्त ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री आवास के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है, 300 घर पूरे हो गए हैं।
अब बोवनी फेल होने पर भी लाभ मिलता है
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के हितग्राहियों मंजरीलाल पिता नागूजी आदि ने राज्यपाल को बताया कि अब फसल बीमा योजना बहुत अच्छी हो गई है। अब फसल के नुकसान के साथ-साथ बोवनी के फेल होने, बाढ़ आ जाने आदि पर भी फसल बीमा योजना का लाभ किसान को मिलता है। पहले नुकसान के लिए तहसील इकाई मानी जाती थी, परन्तु अब पटवारी हलका इकाई है। इससे प्रत्येक किसान को लाभ मिल जाता है। एक हितग्राही ने बताया कि उसने 7 हजार रूपये बीमा प्रीमियम जमा किया था, फसल का नुकसान होने पर उसे 2 लाख रूपये मुआवजा राशि मिली है, जो कि पर्याप्त है। वर्ष 2016 की राशि आ गई है तथा वर्ष 2017 की राशि भी जुलाई माह में मिल जाएगी। खरीफ की फसलों पर ऋणमान के आधार पर 2 प्रतिशत तथा रबी की फसल पर 1.5 प्रतिशत प्रीमियम राशि देय होती है, पहले हर फसल के लिए अलग प्रीमियम देना होता था।
बच्चों को अच्छी गुणवत्ता के फल-सब्जी दें
राज्यपाल ने महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए कि बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए सघन प्रयास किए जाएं। उन्हें आंगनवाड़ियों एवं पोषण पुनर्वास केन्द्रों आदि के माध्यम से अच्छी सुविधाएं प्रदान किए जाने के साथ ही उनके माता-पिता को बच्चों के आहार के विषय में आवश्यक सलाह दें। उन्हें बताएं कि बच्चों को अच्छी गुणवत्ता के फल एवं सब्जी प्रदान किए जाएं। आंगनवाड़ियों में भोजन प्रदाय में भी इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने कुपोषित बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए उन्हें गोद लिए जाने की आवश्यकता भी बताई। उन्होंने कहा कि समाज के सहयोग से प्रत्येक कुपोषित बच्चे का कुपोषण दूर किया जाना चाहिए। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि उज्जैन जिले में 1287 अतिकम वजन के बच्चे तथा 21 हजार मध्यम कम वजन के बच्चे हैं।