top header advertisement
Home - राष्ट्रीय << आइंस्टीन, टॉम क्रूज और ग्राहम बेल जैसी महान हस्तियों की बिमारी को आईआईटी ने खोजा इलाज

आइंस्टीन, टॉम क्रूज और ग्राहम बेल जैसी महान हस्तियों की बिमारी को आईआईटी ने खोजा इलाज



कानपुर। आपको आमिर खान की फिल्म 'तारे जमीन पर' का बाल कलाकर ईशान अवस्थी याद ही होगा। वह डिस्लेक्सिया की बीमारी से पीड़ित था।

यही बीमारी महान वैज्ञानिक आइंस्टीन, टेलीफोन के निर्माता एलेक्जेंडर ग्राहम बेल, अभिनेता टॉम क्रूज और उन जैसी कई महान हस्तियों को भी थी।

सामाजिक सरोकार की दिशा में शोध कर रहे कानपुर आईआईटी के इंजीनियरों ने अब इस बीमारी का निदान खोज लिया है।

अक्षर और अंक को उल्टा पुल्टा पढ़ने की इस बीमारी को दूर करने के लिए आईआईटी के मानविकी और सामाजिक विज्ञान विभाग ने सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन बनाया है।

इससे डिस्लेक्सिया पीड़ित बच्चे सामान्य बच्चों की तरह पढ़ाई कर सकेंगे। जियोमेट्री विधि की तकनीक पर आधारित ये एप्लीकेशन और सॉफ्टवेयर सरल तरीके से अक्षर बनाना और पहचानना सिखाएंगे।

हर कसौटी पर सफल परख के बाद आइआइटी की इस विशेष तकनीक को अब जुलाई में लांच करने की तैयारी है।

भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) के डिजाइन एंड इनोवेशन सेंटर (डीआइसी) के प्रोजेक्ट पर विभाग ने यह तकनीक विकसित की है।

इस तकनीक को विकसित करने में मनोविज्ञान के प्रो. बृजभूषण, फाइन आर्ट्स की प्रो. सतरूपा रॉय और मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. आलोक बाजपेयी काम कर रहे हैं।

ऐसे हुआ अध्ययन

शहर के सरकारी और मॉडल स्कूलों में कक्षा एक से पांच तक के 70 डिस्लेक्सिया पीड़ित बच्चों की हिदी, अंग्रेजी और गणित की हैंडराइटिंग बतौर सैंपल ली गई। मात्रा, बिंदी, पूर्ण विराम, कॉमा की दिक्कतों पर अध्ययन किया। बच्चे कहां अटक रहे हैं, कौन से शब्द नहीं पहचान पा रहे, ब्लैक बोर्ड पर लिखा अक्षर कॉपी में कैसे उतार रहे, हर परेशानी की कोडिंग की गई। फिर सॉफ्टवेयर तैयार हुआ।

पहले चरण में हिदी पर काम पहले चरण में हिदी के अक्षरों पर काम हो रहा है। अंग्रेजी के अक्षर और गणित के अंकों पर सॉफ्टवेयर की लांचिंग के बाद काम शुरू होगा। नए सैंपल लिए जाएंगे।

टेबलेट जैसी डिवाइस बता देगी गलती आइआइटी की यह डिवाइस टेबलेट जैसी होगी। इसमें सॉफ्टवेयर इंस्टॉल होगा। डिस्लेक्सिया पीड़ित बच्चा उस पर गलत लिखता है तो तुरंत पता चल जाएगा। यह डिवाइस गलत अक्षर को दिखाने के साथ ज्यामितीय विधि यानि गोला, लकीर, आधा गोला आदि के प्रयोग से सही अक्षर बनाकर दिखाएगा।

क्या है डिस्लेक्सिया
डिस्लेक्सिया अंक और अक्षर पढ़ने में आने वाली कठिनाई की समस्या है। बच्चे इन्हें उलट-पुलट कर पढ़ते हैं। उच्चारण में भी कठिनाई आती है। इसे मानसिक बीमारी कतई न मानें।

'सॉफ्टवेयर की लांचिंग से डिस्लेक्सिया ग्रस्त बच्चों की पढ़ाई काफी आसान हो जाएगी। अभिभावक खुद बच्चे की परेशानी दूर कर सकेंगे। ऐसे बच्चों की बौद्धिक क्षमता काफी अच्छी होती है लेकिन, कुछ अक्षरों के कारण परीक्षा में नंबर कट जाते हैं।

- प्रो. बृजभूषण, ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज, आइआइटी कानपुर

Leave a reply