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शिप्रा नदी के घाट पर बारिश के मौसम के दौरान अस्थाई बेरिकेट हटाये जाने के लिये जनसुनवाई में दिया आवेदन


 

    उज्जैन । मंगलवार को अपर कलेक्टर श्री बीबीएस तोमर एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जनसुनवाई में आये 80 से अधिक आवेदनों के निराकरण के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये। गुदरी निवासी सामाजिक कार्यकर्ता श्री विनोद चौरसिया पिता नागराज ने आवेदन दिया कि शिप्रा नदी में रामघाट और नृसिंह घाट में सुरक्षा के लिये लगाये गये अस्थाई बेरिकेट को बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए हटाया जाये। आवेदक के अनुसार बारिश के मौसम में नदी में पानी बढ़ जाता है और इस कारण घाटों पर लगे बेरिकेट डूब जाते हैं। श्रद्धालुगण इस दौरान जब पानी में स्नान करते हैं या गोता लगाते हैं तो बेरिकेट के दिखाई न देने के कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है, अत: इसे हटवाया जाये। इस पर लोक निर्माण विभाग शहरी क्षेत्र के कार्यपालन यंत्री को उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

    घट्टिया निवासी भेरूलाल पिता नानूराम ने आवेदन दिया कि उनके स्वामित्व और आधिपत्य की कृषि भूमि घट्टिया तहसील के ग्राम पानबिहार में है। उनके पुत्र की लगभग 4 से 5 वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई थी। पुत्र की मृत्यु के पश्चात उनकी बहू द्वारा जबरन उनकी कृषि भूमि पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। बहू द्वारा आवेदक को डराया और धमकाया भी जा रहा है तथा उन्हें घर से निकालने की धमकी दी जा रही है। आवेदक को अपने खेत पर कृषि कार्य करने में बहुत परेशानी आ रही है। इस पर तहसीलदार घट्टिया को मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

    डोंगरगांव तहसील सुसनेर निवासी असलम अली पिता इमाम उद्दीन ने आवेदन दिया कि वे वर्तमान में लोकमान्य तिलक महाविद्यालय में नियमित छात्र हैं और बीएड द्वितीय वर्ष में अध्ययन कर रहे हैं। उनके द्वारा बीएड प्रथम वर्ष की छात्रवृत्ति का ऑनलाइन आवेदन पूर्व में किया गया था, परन्तु आज दिनांक तक उन्हें छात्रवृत्ति प्राप्त नहीं हुई है, अत: उन्हें पिछले वर्ष की छात्रवृत्ति दिलवाई जाये। इस पर सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग को नियमानुसार कार्यवाही करने के लिये कहा गया।

    ग्राम जैथल तहसील घट्टिया निवासी चुन्नीलाल पिता छीतरजी ने आवेदन दिया कि उनके घर का बिल 39 हजार 215 रूपये दिया गया है, जबकि घर में वे और उनकी पत्नी अकेले रहते हैं तथा एक बल्ब और पंखे के अलावा और कुछ नहीं चलता है। वे दोनों मजदूरी करके अपना पालन-पोषण कर रहे हैं और उनकी कोई सन्तान भी नहीं है, अत: उनका बिजली का बिल माफ किया जाये और शासन की अन्य योजनाओं का लाभ दिलवाया जाये। इस पर कार्यपालन यंत्री ग्रामीण क्षेत्र एमपीईबी को मामले की जांच कर उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

    प्रताप नगर पंवासा निवासी प्रकाश पिता हरिराम ने आवेदन दिया कि उनके दो बेटों द्वारा उनका भरण-पोषण और देखभाल नहीं की जा रही है। इस सम्बन्ध में उन्होंने न्यायालय में केस भी दर्ज कराया था। न्यायालय के आदेश अनुसार उनके दोनों पुत्रों को प्रतिमाह 1500-1500 रूपये भरण-पोषण की राशि उन्हें देने के लिये कहा गया था, परन्तु आदेश की अवहेलना कर पुत्रों द्वारा उन्हें भरण-पोषण राशि नहीं दी जा रही है, जिस कारण आवेदक को जीवन निर्वाह में बहुत परेशानी आ रही है। वृद्धावस्था के कारण वे कोई कार्य में भी सक्षम नहीं हैं। आवेदक ने उनके पुत्रों के विरूद्ध कार्यवाही कर उन्हें न्याय दिलाने के लिये निवेदन किया। इस पर एसडीओ राजस्व को तत्काल कार्यवाही कर आवेदक को राहत प्रदाय करने के लिये कहा गया।

    ग्राम जंबूरा तहसील उज्जैन निवासी चन्दरबाई पति स्व.खुब्बाजी ने आवेदन दिया कि गांव में स्थित शासकीय भूमि पर कुछ बाहुबली और दबंगों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है और अवैध उत्खनन करने का प्रयास किया जा रहा है। गांव के लोगों द्वारा मना करने पर उक्त लोग गांववासियों के साथ मारपीट करते हैं। लगभग 100 हेक्टेयर शासकीय भूमि पर इन लोगों ने कब्जा कर लिया है। प्रार्थिया ने उक्त लोगों के कब्जे वाली शासकीय भूमि पर से अवैध कब्जा हटाये जाने का निवेदन किया। इस पर तहसीलदार उज्जैन को मामले की जांच करने के निर्देश दिये गये।

    ग्राम खोरखेड़ी तहसील घट्टिया निवासी शिवसिंह पिता लालसिंह ने आवेदन दिया कि गांव में उनके खेत के ऊपर से बिजली का तार लकड़ी के खंबे से बहुत नीचे लटक रहा है और खेत पर आते-जाते समय वह सिर से टकराता है। तार के ऊपर से हाईटेंशन लाइन भी गई है। इस वजह से कभी भी जनहानि और पशुहानि की संभावना हो सकती है। आवेदक द्वारा पूर्व में कई बार इस विषय में सम्बन्धित विभाग को शिकायत की जा चुकी है, परन्तु अभी तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इस पर डीई एमपीईबी को मामले की जांच कर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

    देसाई नगर उज्जैन निवासी किशोर पिता रघुनाथ ने ई-रिक्शा चलाने के लिये बैंक द्वारा ऋण उपलब्ध करवाने के लिये निवेदन किया इस पर एलडीएम को नियमानुसार कार्यवाही करने को कहा गया।

    ग्राम खेड़ावदा तहसील बड़नगर निवासी जयकिशन पिता सुरेश ने आवेदन दिया कि उन्हें कुछ समय पहले सफाईकर्मी के तौर पर ग्राम पंचायत खेड़ावदा द्वारा रखा गया था, परन्तु विगत 1 वर्ष से उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा है और वेतन मांगने पर अकारण उन्हें काम से हटा दिया गया है, अत: पंचायत सचिव के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही कर उन्हें उनका वेतन दिलवाया जाये। इस पर सीईओ जनपद पंचायत बड़नगर को मामले की जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार अन्य मामलों में जनसुनवाई की गई।

 

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