हिन्दुस्तानियत का सही सन्देश देता विश्वविद्यालय .......
उत्तरप्रदेश के रामपुर स्थित मौलाना मोहम्मद जौहर विवि अपनी तरह का एक अनूठा विवि है जहां पर शोध के लिये विद्यार्थियो को रचनात्मक वातावरण मिलता है जहां आकर छात्र मौलिक शोध के लिए प्रेरणा लेते है। विवि के चांसलर जनाब आज़म खान इसे और ऊंचाईयो तक ले जाने का निरन्तर प्रयास कर रहे है।
देश के वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेश बादल कुछ दिनो पहले ही उत्तरप्रदेश के रामपुर से लौटे है। जहां पर वे एक कार्यक्रम मे बतौर अतिथि के रूप में पहुंचे थे। जिसमें शामिल होकर उन्हे अद्भूत खुशी का अनुभव हुआ। उत्तरप्रदेश के रामपुर स्थित मौलाना मोहम्मद जौहर विवि मे देशभर से चुने छात्रो के लिए शोध फैलोशिप वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में तमिलनाडू, तेलगांना,गुजरात,उत्तरप्रदेश,बंगाल,असम,त्रिपुरा और अन्य राज्यो से अनेक छात्र उपस्थित हुए, जिन्हे शोध के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हिन्दुस्तान में मौलिक शोध के लिए रचनात्मक वातावरण को बढा़वा देना है।
वर्तमान समय में विद्यार्थियो मे शौकिया शोध और अनुसंधान के लिए रूचि कम होती दिखाई दे रही है। आजकल केवल पदोन्नति के लिए ही शोध किया जाता है। वो भी सिर्फ इसलिए क्योकि यूजीसी कॉलेजो के द्वारा इसे अनिवार्य कर दिया गया है। अनेक स्थानो पर तो शोधकर्ता शोध करने वालो को हायर करके अपना शोध प्रबंध तैयार करवाते है बस बदले मे उन्हे उनकी फीस देनी होती है। ऐसे समय के चलते अगर कोई विद्यार्थी आगे होकर किसी विषय पर वास्तविक रिसर्च करने का वादा करे तो वास्तव मे बहुत अच्छा अनुभव होता है। हालही में देश के वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेश बादल जी के द्वारा विवि प्रबंधन से उत्कृष्ट मीडिया शिक्षा पाठ्यक्रम शुरू करने का आग्रह किया गया है। जिसे विवि के चांसलर जनाब आज़म खान के द्वारा मान लिया गया है।
रामपुर का यह विश्वविद्यालय बहुत ही व्यापक है। जो पांच सौ एकड़ में फैला हुआ है। साथ ही इसमें कई भव्य ईमारतें है जिन्हे राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, और प्रधानमंत्री कार्यालय की ईमारतो से प्रेरणा लेकर बनाया गया है। इस विवि में एक विशालकाय पुस्तकालय भी है। जिसमे अनेक प्रकार के दुर्लभ ग्रंथ देखने को मिलते है। यही नही विवि के मेडिकल कॉलेज का डासलिसिस केन्द्र भी बहुत ही अद्भूत और शानदार है। जो कि चांसलर जनाब आज़म खान के अनुसार भारत मे दूसरा नहीं है।