बीडाक्वीलीन औषधि क्षय रोगियों पर आरम्भ करने वाला प्रदेश का दूसरा जिला उज्जैन बना
मरीज पर 6 माह के कोर्स में 13 लाख रूपये होंगे खर्च
उज्जैन । राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत शनिवार 23 जून को स्वास्थ्य विभाग एवं आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के सहयोग से भारत सरकार द्वारा प्रदाय नवीन औषधि बीडाक्वीलीन नवीन एक्सडीआर (एक्सटेसिव ड्रग रेसिसटेट) क्षय रोगी पर आरम्भ की गई है। बीडाक्वीलीन औषधि क्षय रोगियों पर आरम्भ करने वाला मध्य प्रदेश का दूसरा जिला बन गया है। शासन द्वारा प्रदाय इस औषधि की कीमत प्रति मरीज 13 लाख रूपये व्यय करेगी। इस कोर्स में 180 गोलियों का कोर्स रहेगा, जो मरीज को 6 माह में पूरा करना होगा। कोर्स स्टार्ट करने के पूर्व मरीज को मेडिकल कॉलेज में 15 दिन भर्ती रहना आवश्यक होगा। जहां पर प्रीट्रीटमेंट, काउंसलिंग एवं एसेसमेंट किया जायेगा। इस कोर्स के लिये सबसे महत्वपूर्ण यह है कि मरीज को औषधि का कोर्स बिना अवरोध के पूर्ण करना होगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.राजू निदारिया एवं जिला क्षय अधिकारी डॉ.सुनीता परमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि जो क्षय रोगी नियमित बीमारी का इलाज नहीं कराते हैं और पूरा कोर्स न लेते हुए बीच में छोड़ देते हैं, ऐसे मरीज पर दवाई का असर न होता है। भारत सरकार ने जॉनसन एण्ड जॉनसन कंपनी से अनुबंध कर नवीन औषधि बीडाक्वीलीन क्षय रोगी पर नि:शुल्क आरम्भ की है। ऐसे क्षय रोगी को 6 माह में 180 गोलियों का कोर्स अनिवार्य रूप से नियमित लेना होगा। सरकार द्वारा नवीन औषधि बीडाक्वीलीन प्रति मरीज पर 13 लाख रूपये व्यय किया जायेगा। इसके लिये मरीज को मेडिकल कॉलेज में 15 दिन भर्ती होना आावश्यक है। उज्जैन जिले में पहले मरीज को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कर कॉलेज के चिकित्सकों द्वारा ट्रीटमेंट, काउंसलिंग एवं असेसमेंट करना प्रारम्भ कर दिया है। मरीज से चर्चा करते हुए सीएमएचओ डॉ.राजू निदारिया, जिला क्षय अधिकारी डॉ.सुनीता परमार, डॉ.संदीप मिश्रा, डॉ.व्हायके जानी, डब्ल्यूएचओ कंसल्टेंट डॉ.हेमन्त वरूणकर, डॉ.आरती जुल्का, डॉ.रजनी सिसौदिया, डॉ.मंजू पुरोहित उपस्थित थे।