पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में संचालित योजनाओं के जन-जागृति शिविर आयोजित किये जायें -अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य श्री सिंघी
उज्जैन । भारत सरकार के केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य श्री सुनील सिंघी ने शनिवार 23 जून को बृहस्पति भवन कोठी पैलेस उज्जैन में प्रधानमंत्री के 15 सूत्रीय कार्यक्रम के क्रियान्वयन की समीक्षा की। बैठक में पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में संचालित योजनाओं के साथ-साथ सम्बन्धित विभागों में पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण से सम्बन्धित योजनाओं के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में समीक्षा की गई। आयोग के सदस्य श्री सिंघी ने विभाग के अधिकारी के साथ-साथ अन्य विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण से सम्बन्धित 15 सूत्रीय कार्यक्रम एवं योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिये जन-जागृति शिविर आयोजित कर अधिक से अधिक व्यक्तियों को लाभान्वित किया जाये।
राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य श्री सुनील सिंघी ने बैठक में विभागवार प्रधानमंत्री के 15 सूत्रीय कार्यक्रम के क्रियान्वयन की समीक्षा की। सर्वप्रथम उन्होंने पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। विभाग की सहायक संचालक डॉ.अनुराधा सकवार ने पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी देते हुए अवगत कराया कि जिले में अल्पसंख्यक वर्ग के लिये विभाग द्वारा प्रीमैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना, मैरिट कम मीन्स छात्रवृत्ति, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक वर्ग स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक वर्ग आर्थिक कल्याण योजनाएं संचालित की जा रही हैं। डॉ.सकवार ने बताया कि अल्पसंख्यक प्रीमैट्रिक छात्रवृत्ति योजना में कक्षा पहली से दसवी तक के 50 या उससे अधिक प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले ऐसे विद्यार्थी, जिनके माता-पिता की वार्षिक आय 1 लाख रूपये से अधिक न हो, को छात्रवृत्ति दी जाती है। इसी तरह पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना में 50 से अधिक प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले कक्षा 11वी से पीएचडी तक के विद्यार्थी, जिनके पालक की वार्षिक आय 2 लाख से अधिक न हो, को छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। इसी तरह अल्पसंख्यक मैरिट कम मीन्स योजना में पालक की वार्षिक आय ढाई लाख से अधिक न हो, को तकनीकी एवं व्यावसायिक कोर्सेस के लिये अल्पसंख्यक के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति उपलब्ध करवाई जा रही है।
बैठक में अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य श्री सिंघी को जानकारी दी गई कि मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक वर्ग स्वरोजगार योजना में इस वर्ष 2018-19 में 10 के लक्ष्य के विरूद्ध अल्पसंख्यक वर्ग के 7 हितग्राहियों को 6 लाख 44 हजार रूपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी ने अवगत कराया कि पूरक पोषण आहार से अल्पसंख्यक वर्ग की 1584 गर्भवती माताओं, 1393 धात्री माताओं को लाभान्वित किया गया है। इसी तरह 6 माह से 3 वर्ष के 6497 बच्चे, 3 वर्ष से 6 वर्ष के 5308 बच्चे इस प्रकार कुल जिले में 6 माह से 6 वर्ष तक के 11 हजार 805 बच्चों को पूरक पोषण आहार से लाभान्वित किया गया है। बैठक में अपर कलेक्टर श्री दीपक आर्य, पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक संचालक डॉ.अनुराधा सकवार, जैन समाज की ओर से सदस्य श्री सुनील कासलीवाल, सिख समाज की ओर से सदस्य श्री इन्द्रसिंह टूटेजा तथा अन्य विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित थे।