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अमरनाथ यात्रा में पहली बार एनएसजी कमांडों होंगे तैनात, लगेंगे एसी कैंप, ड्रोन से होगी निगरानी


अमरनाथ यात्रियों के लिए आधार कैंप जम्मू में पहली बार एयरकंडीशंड हॉल बनवाए गए हैं। रास्ते में पीने के लिए आरओ के पानी का इंतजाम किया गया है। यात्रा की सुरक्षा के लिए गृहमंत्रालय ने 24 एनएसजी कमांडो, महिला बटालियन की तैनाती और ड्रोन से निगरानी का फैसला किया है। 27 जून को पहला जत्था जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से रवाना होगा। 28 जून को कश्मीर के दोनों कैंपों पहलगाम और बालटाल से भक्तों को भेजा जाएगा। इस बार यात्रा के लिए दो लाख से अधिक भक्त रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। भास्कर ने यहां पहुंच कर इस यात्रा की तैयारियों और सुरक्षा को देखा।

यात्रा का पहला पड़ाव भगवती नगर आधार शिविर है। पर्यटन विभाग की निदेशक स्मिता सेठी ने बताया कि यहां 13 एसी हाॅल हैं। यहां 1300 लोगों के रहने का इंतजाम है। गाड़ियों में पहली बार रेडियो फ्रीक्वेंसी डिवाइस लगेंगी, ताकि लोकेशन का पता चल सकेगा। मुसीबत में फंसते ही पुलिस पहुंच जाएगी। जम्मू के लखनपुर से लेकर कश्मीर तक जाने वाले हर रास्ते पर ड्रोन नजर रखेगा। यात्रा के दोनों मार्गों पर हर दो किमी पर आरओ का शुद्ध पानी उपलब्ध रहेगा। अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड निजी कंपनी को इसका ठेका दिया है। 200 से अधिक आरओ लगाए जाएंगे। श्रीनगर के सेंट्रल स्टोर में 70 आरओ लगाए जाएंगे। भगवती नगर में सीआरपीएफ की एक महिला कंपनी तैनात होगी। यह अभी बनतालाब सेंटर में है। यात्रा शुरू होते ही इसे शिविर में तैनात कर दिया जाएगा। इस कंपनी में 90 महिलाएं होंगी।

दोनों रूट पर होंगे 15 हजार यात्री और 120 लंगर:बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि दोनों रूट पर 15 हजार यात्रियों को छोड़ा जाएगा। हवाई मार्ग से जाने वाले यात्रियों की गिनती अलग है। तीन निजी कंपनियों के हेलिकाॅप्टर भक्तों को गुफा तक लेकर जाएंगे। दोनों रूट पर 120 लंगर होंगे। ये देशभर से आए लंगर कमेटी के लोगों की तरफ से लगाए जाएंगे। इनके खाने-पीने के सामान की हर रोज जांच की जाएगी। उसके बाद ही भक्तों को लंगर में भोजन करने दिया जाएगा।

हाईवे पर सुरक्षाकर्मियों की विशेष टुकड़ियां तैनात:जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एसपी वैद ने बताया कि कश्मीर के अनंतनाग, कुलगाम, श्रीनगर, गांदरबल, पहलगाम, पुलवामा जिलों के अधीन आने वाले हाईवे पर पूरी तरह से ध्यान रहेगा। अनंतनाग से लेकर पांपोर तक का हाईवे सबसे अधिक खतरनाक है। यहां काफिलों पर आतंकी ग्रेनेड हमला कर सकते हैं। इसलिए हाईवे पर सुरक्षाकर्मियों की विशेष टुकड़ियां तैनात की जाएंगी, ताकि ऐसा करने वालों पर नजर रख सकें।

सुरक्षा के मद्देनजर बरती जा रही एहतियात:एसपी वैद ने कहा कि यह नहीं बता सकते कि हाईवे के लिए विशेष क्या किया गया है, लेकिन हम सभी खतरनाक प्वाइंटों पर नजर रखेंगे। बोर्ड की तरफ से ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन के लिए जम्मू में महाजन हाॅल, संगम रसाट और सरस्वती धाम में सुविधा रखी गई है। इस समय आधार शिविर भगवती नगर जम्मू, पहलगाम और बालटाल में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। फिलहाल लंगरों के ट्रक पहुंचने शुरू हो गए हैं। तयशुदा जगह पर लंगर कमेटियों ने काम शुरू कर दिया है। जम्मू से लेकर कश्मीर तक हाईवे पर कई जगह नाके लगाए गए हैं। यहां पर वाहनों के नंबरों को लिखा जा रहा है।

राज्यपाल शासन के बाद से पत्थरबाजी में कमी:सरकार गिरने के बाद राज्य में राज्यपाल शासन हो गया है। जिसके बाद एकदम से अमरनाथ यात्रा के लिए तैनाती को शुरू कर दिया गया। ऐसे में कश्मीर में अब पत्थरबाज नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि, पिछले साल भी यात्री वाहनों पर पथराव हुआ था, लेकिन इस बार इन बातों से निपटने के लिए पुलिस की तरफ से हर जिले में पूरी लिस्ट बनाकर काम किया जा रहा है। जिससे की पहले ही उन पत्थरबाजों को बंद कर दिया जाए। जो इस प्रकार की घटनाओं में शामिल पाए जाते हैं।

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