श्री महेश नवमी महोत्सव में निकला चल समारोह
पालकी में निकले भगवान महेश-पुरूष सफेद, महिलाएं केशरिया साड़ी पहनकर हुई शामिल
उज्जैन। श्री महेश नवमी महोत्सव के अंतर्गत गुरूवार को गोलामंडी स्थित श्री चारभुजानाथ मंदिर से महेश नवमी चल समारोह निकला। चल समारोह में निकली पालकी में भगवान महेश का मुखौटा विराजमान किया गया जिसका पूजन रास्ते भर शहरवासियों ने किया एवं दर्शन लाभ लिया। पुरूष सफेद वस्त्र में तो महिलाएं केशरिया साड़ी पहनकर समारोह में शामिल हुईं।
मीडिया प्रभारी भूपेन्द्र भूतड़ा के अनुसार श्री माहेश्वरी सभा एवं श्री माहेश्वरी समाज द्वारा माहेश्वरी भवन गोलामंडी में प्रातः 8 बजे भगवान श्री महेश एवं श्री चारभुजानाथजीका अभिषेक किया गया। यहां लाभार्थी महेश पलोड़ के साथ अन्य समाजजनों ने पूजन किया। गोलामंडी से प्रारंभ होकर चल समारोह बुधवारिया, निकास, तेलीवाड़ा, कंठाल, रामजानकी मंदिर, सतीगेट, सराफा, श्री लक्ष्मीनृसिंह मंदिर छोटा सराफा, लखेरवाड़ी, गोपाल मंदिर, ढाबा रोड़ होते हुए पुनः गोलामंडी चारभुजानाथ मंदिर पहुंचा। रास्ते भर शहर के विभिन्न सामाजिक, राजनैतिक संगठनों के साथ मार्ग में निवासरत माहेश्वरी परिवारों ने पालकी में विराजित भगवान महेश की पूजा अर्चना की। कंठाल पर उर्जा मंत्री पारस जैन द्वारा समाजजनों को शरबत पिलाकर स्वागत किया गया। समारोह में मुख्य रूप से लक्ष्मीनारायण मूंदड़ा, अतुल देवपुरा, ओमप्रकाश काबरा, पुष्कर बाहेती, मनमोहन मंत्री, आनंद बांगड़, गोपाल मूंगड़, रूपनारायण झंवर, मंगल भट्टड़, अरूण भूतड़ा, वीरेन्द्र गट्टानी, पुष्पा मंत्री, संगीता भूतड़ा, आरती राठी, सरिता बाहेती, अर्पण इनानी, कैलाश माहेश्वरी, गीता तोतला, महेश लड्ढा, कैलाशनारायण राठी, शरद चिंचाणी, महेन्द्र समदानी, शारदा भंडारी, दीपाली सोमानी, आदि शामिल हुए। महोत्सव समापन पर माहेश्वरी व्यापारी बंधु कृषि उपज मंडी द्वारा गोलामंडी स्थित माहेश्वरी भवन में सहभोग का आयोजन किया गया।
24 को पुरस्कार वितरण के साथ होगा समापन
18 जून से प्रारंभ हुए श्री महेश नवमी महोत्सव में 3 दिनों में आइस्क्रीम स्टिक से शोपीस बनाना, केवल रंगोली से आरती की थाली सजाना, फ्रूट प्लेट डेकोरेशन, फैन्सी ड्रेस, टॉक शो, आंखों के नूर क्यों हो गये दूर, लकी गेम, मोनो एक्टिंग, फूल पत्तियों से रांगोली बनाना, आम के व्यंजन, समस्या और समाधान टूटते परिवार बिखरते रिश्ते, क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 24 जून रविवार को पुरस्कार वितरण के साथ श्री माहेश्वरी भवन गोलामंडी में महोत्सव का समापन होगा।