गंभीर मरीजों का हुआ श्री गुरूनानक अस्पताल में सफल इलाज
उज्जैन। शहर के श्री गुरूनानक अस्पताल में डॉ. उमेश जेठवानी ने ऐसे गंभीर मरीजों का ऑपरेशन किया जिन्हें उज्जैन तथा अन्य नगरों से इंदौर या अन्य बड़े सेंटरों पर रैफर कर दिया गया। मरीजों को यदि रैफर किया जाता तो शायद रास्ते में ही उनकी जान भी जा सकती थी ऐसे में डॉ. जेठवानी ने उन्हें न केवल जीवनदान दिया बल्कि शहर को एक उम्मीद दी कि अब गंभीर मरीजों को अन्य शहरों की ओर जाने की आवश्यकता नहीं।
मास्टर चंदन उम्र 12 वर्ष पिता घनश्याम पाटीदार निवासी ग्राम बदनावर खेड़ा जिला धार तेज पेट दर्द एवं पेट फूलना एवं उल्टी की समस्या से परेशान था। इलाज हेतु पहले बदनावर स्थित एक प्रायवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां आराम नहीं मिलने के कारण मरीज को बड़नगर में प्रायवेट हॉस्पिटल में इलाज हेतु लाया गया जहां पर मरीज की हालत और बिगड़ गई तब वहां के डॉक्टर ने मरीज को इंदौर या अन्य बड़े सेंटर ले जाने की सलाह दी। मरीज के परिजन उसे श्री गुरूनानक अस्पताल लेकर आए तब मरीज की हालत बहुत गंभीर थी। ब्लड प्रेशर बिल्कुल नहीं मिल रहा था, हृदय की गति 170/एम बहुत तेज चल रही थी। डॉ. उमेश जेठवानी ने तत्काल ऑपरेशन किया। बच्चे की आंत का हिस्सा सढ़ चुका था एवं मरीज के पेट में लेट्रीन और मवाद पड़ चुका था। मरीज के पेट में जहर फैल चुका था। डॉक्टर जेठवानी ने लेप्रोटॉमी नामक ऑपरेशन कर मरीज की जान बचा ली गई। वर्तमान में मरीज स्वस्थ है और सामान्य जिंदगी जी रहा है।
अमन सोलंकी निवासी नीमनवासा मक्सी रोड़ सड़क दुर्घटना में गंभीर घायल हो गया था जिसे इलाज के लिए परिजन फ्रीगंज स्थित गुरूनानक अस्पताल लेकर आए। यहां डॉ. उमेश जेठवानी द्वारा की जांच में पता चला कि मरीज का फेफड़ा व तिल्ली फट गई है तथा बीपी 80/50 एमएमएचक्यू आ रहा तथा हृदय गति भी कम हो गई। डॉ. जेठवानी ने तुरंत ऑपरेशन कर तिल्ली को निकालकर ऑपरेशन किया तथा मरीज की जान बचा ली। अब मरीज स्वस्थ है और सामान्य जीवन जी रहा है।