त्रिवेणी हिल्स और महावीर बाग की मुख्य सड़क पर भर रहा ड्रेनेज का पानी, परेशान रहवासियों ने जनसुनवाई में दिया आवेदन
एडीएम द्वारा 180 आवेदनों पर जनसुनवाई की गई
उज्जैन । मंगलवार को बृहस्पति भवन में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री दीपक आर्य एवं अन्य अधिकारियों द्वारा 180 आवेदनों पर जनसुनवाई की गई। शहर के त्रिवेणी हिल्स और महावीर बाग के निवासियों ने आवेदन देकर शिकायत की कि इन इलाकों में मुख्य सड़क के दोनों ओर सीवर का गन्दा पानी भरा हुआ है। इसमें काई लगने के कारण पैदल चलना तक दूभर हो गया है। इसके साथ ही गन्दगी और दुर्गन्ध के कारण आसपास के रहवासी परेशान हैं तथा क्षेत्र में बीमारी फैलने का भी लगातार अन्देशा है। इस पर आयुक्त नगर निगम को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
ग्राम बोरखेड़ी तहसील महिदपुर निवासी नानूराम पिता नागूजी ने आवेदन दिया कि उन्हें क्षय रोग है और वे इस बीमारी से सन 2012 से पीड़ित हैं। वे गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करते हैं और पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के तहत उनका पहचान-पत्र भी बना हुआ है। आवेदक ने बीमारी के अन्तर्गत आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाने का निवेदन किया। इस पर तहसीलदार राजस्व महिदपुर को आवेदक का नाम बीपीएल सूची में जोड़ने और उसे नियमानुसार सहायता मुहैया कराने के निर्देश दिये गये।
आनन्द नगर अंकपात मार्ग निवासी देवनारायण पिता ओंकारलाल ने आवेदन दिया कि वे फर्नीचर बनाने का काम करते हैं। कुछ दिनों पूर्व गधा पुलिया हनुमान नाका पर रहने वाले एक व्यक्ति के यहां उन्होंने फर्नीचर का काम किया था, परन्तु उक्त व्यक्ति द्वारा अभी तक उन्हें उनकी मजदूरी अदा नहीं की गई है। रूपये मांगने पर व्यक्ति द्वारा उनसे झगड़ा किया जा रहा है तथा जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है, इसीलिये उन्हें उनकी मजदूरी के रूपये दिलवाये जायें और उक्त व्यक्ति पर कार्यवाही की जाये। इस पर सहायक आयुक्त श्रम विभाग को मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा गया।
ग्राम उंटेसरा तहसील घट्टिया निवासी चैनसिंह पिता गुलाब ने आवेदन दिया कि गांव में स्थित उनकी पैतृक सम्पत्ति के तौर पर कुछ कृषि भूमि ही उनके पास है, जिसका सीमांकन पटवारी द्वारा आज दिनांक तक नहीं किया गया है। वर्तमान में बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए शीघ्र-अतिशीघ्र उनकी भूमि का सीमांकन करवाया जाये, ताकि वे कृषि कार्य शुरू कर सकें। इस पर एसडीएम घट्टिया को कार्यवाही करने के लिये कहा गया।
पंवासा मक्सी रोड निवासी अनिता पति कैलाश भाटी ने आवेदन दिया कि उनके पति को पिछले साल ऊंचाई से गिरने के कारण कमर और रीढ़ की हड्डी में भयंकर चोंट आई थी। इस वजह से उनके पति असहाय होकर उठने-बैठने में असमर्थ हैं। आवेदिका के पास आय का कोई साधन नहीं है। गंभीर चोंट के कारण उनके पति मजदूरी भी नहीं कर पाते हैं। उनकी पुत्री और पुत्र को स्कूल की फीस का भुगतान नहीं कर पाने के कारण पिछले वर्ष के परीक्षा परिणाम की अंकसूची भी स्कूल द्वारा नहीं दी गई है, जिस कारण उनके बच्चों की अगली कक्षा में पदोन्नति रूक गई है, अत: जीवन निर्वाह और बच्चों की शिक्षा के लिये शासन की योजना के अनुसार उन्हें आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाये। इस पर एसडीएम उज्जैन को नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
हामूखेड़ी निवासी उमरावनाथ पिता प्रतापनाथ ने आवेदन दिया कि गांव में स्थित शमशान भूमि पर कुछ तथाकथित लोगों द्वारा अनावश्यक अतिक्रमण कर लिया गया है, जिस कारण मृतकों के अन्तिम संस्कार में समाज के लोगों को काफी परेशानी आ रही है, अत: शमशान भूमि पर से अतिक्रमण अविलम्ब हटवाया जाकर इसका सीमांकन करवाया जाये। इस पर एसडीएम उज्जैन को जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
ग्राम डाबरिया तहसील महिदपुर निवासी मेहरबानसिंह ने आवेदन दिया कि उनके स्वामित्व की कृषि भूमि पर उनके द्वारा खाद, बीज के लिये ऋण लेने बाबत बैंक ऑफ इण्डिया शाखा महिदपुर में आवेदन दिया गया था, परन्तु शाखा प्रबंधक द्वारा ऋण स्वीकृति के लिये 10 हजार रूपये की रिश्वत मांगी गई। आवेदक के मना करने पर प्रबंधक ने लोन देने से मना कर दिया। लोन स्वीकृति के लिये कई बार बैंक के चक्कर लगाने पर भी अभी तक उन्हें लोन नहीं दिया गया है, जिस कारण उसे खेती करने में बहुत परेशानी आ रही है। इस पर एलडीएम उज्जैन को जांच कर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
पंवासा के वार्ड-40 के समस्त निवासियों ने आकर एडीएम के समक्ष आवेदन दिया कि उनके वार्ड में स्थित शासकीय ट्यूबवेल लगभग एक माह से खराब होकर बन्द पड़ा है, जिस कारण लोगों को पानी की बहुत परेशानी हो रही है। पेयजल का कोई अन्य साधन नहीं है। इस कारण वार्ड के लगभग 100 घरों में पानी की बहुत किल्लत हो रही है, अत: उक्त ट्यूबवेल शीघ्र-अतिशीघ्र दुरूस्त करवाया जाये। इस पर आयुक्त नगर पालिक निगम उज्जैन को तुरन्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
तराना निवासी श्यामसुन्दर पिता नारायणदास कालरा ने आवेदन दिया कि उनके स्वामित्व का मकान उन्होंने कुछ समय पहले उनके दोनों बेटों के नाम कर दिया था। इसके बाद उनके बड़े बेटे ने बाजार से मकान को गिरवी रखकर लाखों रूपये का उधार ले लिया है और उन्हें डरा-धमका कर मकान से बाहर कर दिया है। अब आवेदक देवास में एक निजी फर्म में नौकरी कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। तराना स्थित उनके घर में आवेदक जब भी जाते हैं तो बड़े बेटे और बहू द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है, अत: बेटे और बहू पर कार्यवाही कर उन्हें भरण-पोषण की राशि दिलवाई जाये। इस पर एसडीओ राजस्व तराना को मामले की जांच कर उचित कार्यवाही करने के लिये कहा गया।
ग्राम नरवर निवासी दिग्विजयसिंह पिता रणजीतसिंह ने आवेदन दिया कि उनकी ग्राम पंचायत में तथाकथित लोगों द्वारा मकान, बाउंड्री वाल और टीनशेड डालकर शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर लिया गया है। आवेदक द्वारा पूर्व में भी इसकी शिकायत की गई थी, परन्तु अतिक्रमण हटाने की कोई भी कार्यवाही अभी तक नहीं की गई है। मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण होने के कारण गांव के निवासियों को आवागमन में भी काफी परेशानी हो रही है, अत: उक्त अतिक्रमण जल्दी ही हटवाया जाये। इस पर सीईओ जिला पंचायत उज्जैन को मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
उज्जैन निवासी हरिशंकर जाटवा ने आवेदन दिया कि उनकी पत्नी की विगत 2015 में जिला चिकित्सालय में ब्रेन हैमरेज के कारण मृत्यु हो गई थी। इसमें शासन की ओर से दी जाने वाली सहायता राशि हेतु उनके द्वारा मप्र भवन एवं संनिर्माण मण्डल में आवेदन-पत्र दिया गया था। लोक सेवा गारंटी कार्यालय नगर निगम में उनके आवेदन को जमा किया गया था, परन्तु उसकी स्वीकृति राशि अभी तक उन्हें प्रदाय नहीं की गई है। इस पर आदिम जाति कल्याण उज्जैन को नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार अन्य मामलों में जनसुनवाई की गई।