निरंकारी सत्संग भवन में हुआ महिला संत समागम
उज्जैन। मक्सी रोड़ स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन में रविवार को महिला संत समागम हुआ। जिसमें गुना, बीना, ब्यावरा, रतलाम, मंदसौर, नीमच, मनासा, इंदौर, नागदा सहित प्रदेशभर की बहनों ने हिस्सा लिया।
राकेश वाधवानी ने बताया कि इंदौर की विमला खरे की अध्यक्षता में आयोजित समागम में बहनों ने निराकार प्रभु परमात्मा को अपने जीवन का आधार बनाते हुए परमात्मा को अपने अंग संग महसूस करते हुए स्वयं को अपने परिवार एवं समाज में कैसे सहज एवं सरल बनाए रखा जा सकता है, विषय पर विचार एवं गीत प्रस्तुत किये। समागम में महापौर मीना जोनवाल एवं पार्षद रिंकू बेलानी भी शामिल हुई। महापौर ने संबोधित करते हुए कहा संत निरांकारी मिशन कोई साधारण मिशन नहीं है, यह मिशन अध्यात्म के साथ-साथ समाज के प्रति अपने सामाजिक दायित्वों को भी बखूबी निभा रहा है। विमला खरे ने कहा अगर परमात्मा से नाता जुड़ा हुआ है तो हमारा जीवन भक्तिमय हो जाता है, भगवान और भक्त जब एक हो जाते हैं तो भक्ति शुरू हो जाती है। संसार में जितनी भी दृष्यमान चीजें हैं वो सब झूठ है, एकना एकदिन सब नष्ट होना है, जो इस परम सत्य निराकार प्रभु परमात्मा से नाता जोड़ लेता है, इसे अपने जीवन का आधार बना लेता है उसका इस झूठ से नाता टूट जाता है और उसका जीवन बदल जाता है। फिर उसके मन की स्थिति ऐसी बन जाती है, कैसी भी हो परिस्थिति एक जैसी हो मनः स्थिति। उसका जीवन हर परिस्थिति में सहज और सरल बना रहता है। संचालन उज्जैन की दिशा कोटवानी ने किया। बीना से आई कृष्णा सोनी, मंदसौर से ममता, गुना से काजल नामदेव, रतलाम से शशि परमार सहित अन्य शहरों से आई बहनों ने भाव व्यक्त किये। अंत में उज्जैन शाखा के मुखी मनोहर वाधवानी ने इंदौर से आई विमला खरे, महापौर सहित अन्य शहरों से आए अतिथियों एवं भाग लेने वाली बहनों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।