दूसरों की जान बचाने वाले स्वास्थ्य कर्मी अपने लिये भी रोज निकालें एक घंटा
स्वास्थ्य मंत्री श्री रुस्तम सिंह का स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने किया अभिनंदन
उज्जैन । लोक-स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रुस्तम सिंह ने कहा है कि स्वास्थ्य कर्मी रोज लोगों का जीवन बचाने का काम करते हैं, लेकिन वे रोज एक घंटा अपने स्वास्थ्य के लिये भी दें। श्री सिंह ने स्वास्थ्य कर्मियों से कहा कि प्रदेश में मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी, टीकाकरण, संस्थागत प्रसव में 25 से 87 प्रतिशत की वृद्धि आदि स्वास्थ्य कर्मियों की मेहनत का ही परिणाम हैं। श्री सिंह ने कहा की लोगों की सेवा करने के साथ अपने बच्चों और परिवार की उन्नति के लिये भी समय निकालें। श्री सिंह ने कहा कि दूसरों की जान बचाने का काम अनमोल हैं, जिसकी कीमत नहीं चुकाई जा सकती।
वर्ष 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य : श्री रूस्तम सिंह ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया से वर्ष 2030 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके विरूद्ध प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश में वर्ष 2025 तक का ही लक्ष्य निर्धारित किया है। श्री सिंह ने विश्वास व्यक्त किया कि स्वास्थ्य कर्मियों के बल पर मध्यप्रदेश इस लक्ष्य को 2025 से पहले ही हासिल कर लेगा। श्री सिंह ने बताया कि टीबी मरीज लाने वाले व्यक्ति को एक हजार रूपये का पुरस्कार भी दिया जायेगा। श्री सिंह ने स्वास्थ्य कर्मियों का आव्हान करते हुए कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को उनके सहयोग की नितांत आवश्यकता है। बड़े लोगों की अपेक्षा वे उनकी मदद पहले करें।
श्री सिंह ने कहा कि उन्होंने विभाग को निर्देशित किया है कि बहुउद्देश्यीय, संविदा स्वास्थ्य कर्मी, 108 वाहन चालक आदि की समस्याओं को समझें और दूर करने के प्रयास करें। उनको इतनी सुविधाएँ दें कि कभी हड़ताल करने की जरूरत ही न पड़े। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों से कहा कि वे उनका अभिनंदन करने की बजाय अपने-अपने क्षेत्र में गरीब मरीजों की सेवा करें। यही वास्तविक अभिनंदन होगा। कार्यक्रम को प्रांताध्यक्ष श्री रामकिशोर सिंह भदौरिया, श्री ओ.पी.एस. राजपूत, श्री सुभाष वर्मा आदि ने भी संबोधित किया।