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Home - उज्जैन << पहले ढाई कि.मी. दूर से पानी लाते थे तनाव से मुक्त रहना है तो आनन्द उत्सव मनाओनल जल योजना बनी, तो डेढ़ साल से घर बैठे चौबीस घंटे पानी मिल रहा है

पहले ढाई कि.मी. दूर से पानी लाते थे तनाव से मुक्त रहना है तो आनन्द उत्सव मनाओनल जल योजना बनी, तो डेढ़ साल से घर बैठे चौबीस घंटे पानी मिल रहा है


 

पशु चिकित्सा विभाग में पहला आनन्द उत्सव मना

उज्जैन । देवासगेट उज्जैन स्थित उप संचालक पशुपालन के कार्यालय में विगत 21 मई को आनन्द उत्सव मनाया गया। आनन्द उत्सव में उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ.एचव्ही त्रिवेदी ने बताया कि जीवन एक आईस्क्रीम की तरह है। चाहे इसे खाओ या न खाओ आईस्क्रीम की प्रकृति तो समाप्त होना ही है। इसी तरह तनाव में जियो या तनावमुक्त जियो, जीवन को आगे बढ़ना ही है। तनावमुक्त जीवन जीने में जो आनन्द मिलता है, वह किसी और चीज में नहीं। सभी अधिकारी-कर्मचारियों को समझाईश दी गई कि वे जीवन में आनन्द उत्सव मनायें और तनाव से मुक्त रहें।

पशु पालन विभाग के जिला कार्यालय में मनाये गये आनन्द उत्सव में आनन्दक श्री राजेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि हमारा देश आनन्द के मामले में विश्व में 133वी रेंक पर है। जहां देखो वहां तनाव पसरा पड़ा है। नोडल अधिकारी श्री जीएल डावरे ने बताया कि सभी शासकीय सेवक अपना तनाव कम करने के लिये आर्ट ऑफ लिविंग, ईशा फाउंडेशन, आईओजीएफसी पंचगनी में शासन के खर्च पर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। सभी शासकीय सेवक आनन्द शिविर, अल्पविराम शिविर में भी पंजीयन करवा सकते हैं। आनन्द उत्सव में कर्मचारियों द्वारा काव्यपाठ किया गया, फिल्मी गीत गाये गये। प्रमुख रूप से श्री राजेन्द्र कुमार शर्मा, श्री मोतीलाल निर्मल, श्री राजकुमार जोशी ने काव्यपाठ किया एवं फिल्मी गीत गाये। श्री मनोहर अग्रवाल ने गजल प्रस्तुत की। डॉ.भूपेन्द्र पाटीदार ने सन्ता-बन्ता के जोक सुनाये। श्रीमती लीलाबाई ने गणेश वन्दना प्रस्तुत की। 

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