खाद्य संस्करण उद्योग पर मन्दी का प्रभाव नहीं होता
पीएचडी चेम्बर द्वारा खाद्य प्रसंस्करण उद्यमिता पर कार्यक्रम आयोजित
उज्जैन | खाद्य एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग ही ऐसा उद्योग है, जिस पर मन्दी का कोई असर नहीं पड़ता। यह बात पीएचडी चेम्बर ऑफ कॉमर्स खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय द्वारा खाद्य प्रसंस्करण में उद्यमिता एवं निवेश विषय पर होटल अंजुश्री में आयोजित एकदिवसीय सम्मेलन में उद्योगपति श्री नितीन अरस ने कही।
उद्यानिकी के उप संचालक श्री पीएस कनेल ने कहा कि इस प्रकार का कार्यक्रम उज्जैन में पहली बार आयोजित हुआ है। उज्जैन संभाग में उद्यानिकी फसलों एवं प्रसंस्करण का अच्छा कार्य होता है। यहां पर कई उद्यानिकी फसल जैसे- सन्तरा, मिर्च, सब्जियां बहुत ही अच्छी गुणवत्ता की होती हैं। श्री कनेल ने उद्यानिकी विभाग की विभिन्न अनुदान योजनाओं से भी प्रतिभागियों को अवगत कराया।
कार्यक्रम में औद्योगिक केन्द्र विकास निगम (एकेवीएन) उज्जैन के मुख्य महाप्रबंधक श्री रामेश्वर गौड़ ने एकेवीएन द्वारा उज्जैन संभाग के विभिन्न जिलों में खाद्य प्रसंस्करण इकाई की स्थापना के लिये उपलब्ध कराई जाने वाली भूमि के बारे में जानकारी दी। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग भारत सरकार के सहायक प्रबंधक श्री नीलेश त्रिवेदी ने प्रतिभागियों एवं भविष्य के उद्यमियों को उद्योग स्थापित करने सम्बन्धी विभागीय जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सही व्यक्ति से सम्पर्क करना जरूरी है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि उद्योग लगाने से पूर्व उसके बारे में वर्तमान बाजार परिस्थितियों की अच्छे से जानकारी प्राप्त कर लें। कार्यक्रम में उद्योगपति श्री दीपक दरियानी ने सभी प्रतिभागियों से कार्य करने से पहले उसके लिये आवश्यक प्रशिक्षण प्राप्त करने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में सिडबी के महाप्रबंधक श्री अनिल शरद कुलकर्णी, सेडमैप के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री दिनेश खरे एवं उद्योग विभाग के महाप्रबंधक श्री रावत ने अपने विचार प्रकट किये। कार्यक्रम में लगभग 200 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें उद्यमी खाद्य प्रसंस्करण, क्षेत्र के उन्नत किसान, सेडमैप के अधिकारी, एकेवीएन के अधिकारी, कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर्स एवं छात्र आदि उपस्थित थे। पीएचडी चेम्बर ऑफ कॉमर्स के क्षेत्रीय निदेशक श्री आरजी द्विवेदी ने कार्यक्रम का संचालन किया।