पंचक्रोशी यात्रा 11 अप्रैल से 16 अप्रैल तक आयोजित होगी
व्यवस्थाओं के लिये कलेक्टर ने दिशा-निर्देश जारी किये
उज्जैन । प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली पंचकोशी यात्रा इस वर्ष 11 अप्रैल से प्रारंभ होगी तथा 16 अप्रैल को इसका समापन होगा। पंचकोशी यात्रा में उज्जैन एवं इंदौर संभाग के हजारों यात्री भाग लेते हैं। 118 किलोमीटर लंबी यात्रा में कई श्रद्धालु नंगे पांव चल कर ईश्वर आराधना करते हैं। पंचकोशी यात्रा के आयोजन के लिए प्रशासन द्वारा अभी से तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने इस सम्बन्ध में विभिन्न विभागों को दिशा-निर्देश भी जारी कर दिये हैं।
पंचक्रोशी यात्रा के लिये जिला पंचायत विभिन्न पड़ाव एवं उप पड़ावों पर टेंट लगाकर छाया की व्यवस्था करता है। इस बार सात पड़ाव एवं उप पड़ाव पर 15-15 हजार वर्गफीट टेंट लगाकर छाया की व्यवस्था की जायेगी। यह व्यवस्था पिंगलेश्वर में छह दिन एवं करोहन, नलवा, अंबोदिया, कालियादेह, जैथल व उंडासा में तीन-तीन दिन रहेगी।
कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि लोक निर्माण विभाग समस्त पड़ाव एवं उप पड़ाव स्थल का समतलीकरण करेगा, पंचक्रोशी मार्ग का संधारण करेगा, मन्दिर में आने-जाने हेतु बैरिकेटिंग की व्यवस्था करेगा, यात्रा मार्ग में आने वाली पुल-पुलियाओं पर रैलिंग लगाने का कार्य करेगा। इसी के साथ पिंगलेश्वर रेलवे पुलिया के नीचे मुरम डालकर रोलिंग का कार्य एवं आपात स्थिति में वर्षा जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करेगा। इसी के साथ अष्टतीर्थ मार्ग का संधारण, जैथल से उंडासा जाने वाले मार्ग पर डिवाइडर लगाने का कार्य भी लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है। लोक निर्माण विभाग विद्युत एवं यांत्रिकी प्रभाग को पड़ाव एवं उप पड़ाव स्थल पर स्ट्रीट लाईट चालू करने का जिम्मा सौंपा गया है।
पेयजल एवं स्नान की व्यवस्था पीएचई करेगा
कलेक्टर ने पंचक्रोशी यात्रा के लिये लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को प्रत्येक पड़ाव एवं उप पड़ाव में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने हेतु स्थाई एवं अस्थाई टंकियां रखने, नल जल योजनाओं को चालू करने एवं प्रत्येक 500 मीटर पर पेयजल उपलब्ध कराने को कहा है। साथ ही पड़ाव एवं उप पड़ाव स्थल एवं यात्रा मार्ग में आवश्यक स्थान पर स्नान हेतु फव्वारे लगाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने वर्ष 2016 में निर्मित प्लेटफार्म्स का संधारण करने तथा स्नान स्थल के आसपास काली चूरी एवं पानी की निकासी करने के निर्देश भी दिये हैं।
कलेक्टर ने मप्रपक्षे विद्युत वितरण कंपनी को प्रत्येक पड़ाव पर यात्रा मार्ग में विद्युत सप्लाई हेतु ट्रांसफार्मर लगाने एवं उनके संधारण का कार्य करने को कहा है। प्रत्येक पड़ाव एवं उप पड़ाव पर प्रकाश व्यवस्था के लिये अस्थाई कनेक्शन उपलब्ध कराने, ऑटोमैटिक जनरेटर की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये हैं। उज्जैन दुग्ध संघ द्वारा प्रत्येक पड़ाव एवं उप पड़ाव पर दूध एवं दुग्ध पदार्थों का विक्रय किया जायेगा। साथ ही ठण्डे पेयजल की टेंकर भी उपलब्ध कराये जायेंगे।
कलेक्टर ने शनि मन्दिर की समस्त व्यवस्थाएं नगर निगम उज्जैन को सौंपी हैं। वन विभाग को निर्देशित किया है कि वह यात्रा के पूर्व एवं यात्रा के दौरान सभी पड़ावों पर मधुमक्खी के छत्ते हटवाये, साथ ही इन स्थलों पर सांप, बिच्छू आदि विषैले जन्तुओं को पकड़ने के लिये कर्मचारी तैनात करे। उज्जैन विकास प्राधिकरण को यात्रा मार्ग में आने वाले मन्दिरों के संधारण का कार्य सौंपा गया है। जल संसाधन विभाग को कालियादेह पैलेस पर स्थित गहरे कुण्डों में बैरिकेटिंग लगाने एवं गहराई में न उतरने के संकेतक लगाने के निर्देश दिये हैं।
कलेक्टर ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को प्रत्येक पड़ाव स्थल पर आवश्यक उचित मूल्य की दुकानें लगाने तथा यात्रापूर्व पर्याप्त खाद्य सामग्री का भण्डारण करने के लिये कहा है। साथ ही विभागीय अधिकारियों को निरन्तर भ्रमण कर अमानक खाद्य सामग्री का विक्रय रोकने का कार्य भी सौंपा गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक पड़ाव एवं उप पड़ाव स्थल पर 10 बिस्तरों वाला अस्थाई चिकित्सालय स्थापित किया जायेगा। कलेक्टर ने जिला पंचायत को पंचक्रोशी यात्रियों का दुर्घटना बीमा कराने के निर्देश भी दिये हैं।