आज दिन और रात बराबर, वैधशाला में दिखाई खगोलीय घटना
Ujjain @ हमारे भूमंडल में हर पल कुछ न कुछ ऐसी हलचल होती रहती है, जिसका असर हम पृथ्वी पर आसानी से देख सकते हैं। ऐसी ही कुछ हलचल हमें आज 21 मार्च को देखने को मिली। जब आज दिन और रात का समय समान रूप से 12-12 घंटे हो गए है। इस खगोलिय घटना को उज्जैन के जीवाजीराव वैधशाला में वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों द्वारा दिखाया गया।
21 मार्च यानी की आज खगोलीय घटना का दिन है। जहां आम भाषा में आज दिन-रात बराबर हो गए है। इस खगोलीय घटना को उज्जैन की जीवाजीराव वैधशाला में आम नागरिकों ने देखा। वैधशाला के वैज्ञानिकों द्वारा विशेष रूप से इस खगोलीय घटना को देखाने के लिए तैयारियां की गई। जिसके बाद वैधशाला में विशेषज्ञों द्वारा नाडीवलय यंत्र और शंकू यंत्र के जरिए यह खगोलीय घटना दिखाई गई।
उज्जैन तारामंडल के संचालक गिरवर शर्मा ने बताया कि यह वर्ष में दो बार घटित होने वाली घटना है। जब सूर्य उत्तरायण चलते हुए दक्षिण गोल से उत्तर गोल की तरफ झुकता है अर्थात सूर्य सायन मेष राशि में प्रवेश करता है। यह घटना इस बार 20 मार्च रात्रि 11 बजकर 1 मिनट पर हुई। इस कारण 21 मार्च को दिन-रात समान हो गए। यानी अब पृथ्वी की घड़ी हमारी घड़ी के साथ चलेगी। अब 21 मार्च के बाद दिन बड़े होते जाएँगे और रातें छोटी हो जाएँगी। दिन बड़े होते-होते 14 घंटे 24 मिनट के हो जाएँगे और रातें छोटी होते-होते मात्र 9 घंटा 36 मिनट की रह जाएँगी।
उन्होंने बताया कि पृथ्वी के बीच छ: पर्वतों के आने से यह कहीं ऊँची, कहीं नीची है। अतः ऊँचाई व नीचाई अर्थात् अक्षांश व देशांतर के दिनमान में मामूली अंतर हो सकते हैं। इस दिन को विश्व दिन भी कहते हैं। वहीं विशुभ दिन सूर्य सायन तुला में प्रवेश के दिन होता है, उस दिन भी दिन-रात समान समय के होते हैं।