महामांगलिक में उमड़े सैकड़ों गुरूभक्त
विशिष्ट मंत्रों के जरिये आदि-व्याधि का निवारण-अरविंद नगर में मुनि आदर्शरत्न सागर ने श्रवण कराई महामांगलिक-कई शहरों से आए समाज के पदाधिकारी
उज्जैन। मालव भूषण श्री नवरत्नसागर सूरिश्वरजी म.सा. की सभी रोग, शोक नाशक, महाप्रभावशाली दुख दरिद्र हरनेवाली, रिध्दि सिध्दि प्रदायक महामांगलिक का श्रवण मुनि आदर्शरत्न सागरजी ने रविवार को कराया। अरविंद नगर स्थित मनोरमा परिसर में आयोजित महामांगलिक सुनने ढाई हजार समाजजन उमड़े। करीब डेढ़ घंटे तक मुनिश्री ने सतत विशिष्ट मंत्रों का उच्चारण किया। जिनके जरिये लोगों ने अपने आदि-व्याधि, दुख, कष्ट, रोग आदि का निवारण लिया।
श्री जैन श्वेतांबर (छोटे साथ) ओसवाल समाज, श्री ऋषभदेव छगनीराम पेढ़ी व सकल श्रीसंघ के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में उज्जैन जिले सहित महिदपुर, कान्वन, डग, चोमेला, इंदौर, देवास, मक्सी, शाजापुर सहित विभिन्न शहरों के समाज पदाधिकारी शामिल हुए। महामांगलिक से पूर्व सामाजिक क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए श्री पूरालाल गांधी व मध्यप्रदेश फार्मेसी कौंसिल अध्यक्ष ओम जैन का प्रशस्तिपत्र व शाल श्रीफल भेंटकर बहुमान किया गया। बहुमान पत्रों का वाचन धर्मेन्द्र जैन व रितेश जैन ने किया। महामांगलिक के पहले गायक रोहित कुंडल वोरा ने सुमधुर भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। महामांगलिक दौरान मुनि आदर्शरत्न सागरजी जैन ने शास्त्र में निहित आत्मरक्षा जिन पन्जर स्त्रोत्र (व्याधि नाशक), शांतिधारा पाठ, ऋषि मंडल (बाह्य बाधा नाश), संति करम स्त्रोत्र आदि का उच्चारण किया जो सतत डेढ़ घंटे तक चला। समाज अध्यक्ष संजय जैन खलीवाला व सचिव सुशील जैन के अनुसार कार्यक्रम में मुनिश्री ने समाजजनों को गुरूवर नवरत्नसागर सूरिजी की महिमा व उनके उपकारों का बखान किया। इस मौके पर जयंतीलाल जैन तेलवाला, गौतमचंद धींग, बाबूलाल बिजलीवाला, प्रकाश नाहर, तेजकुमार सिरोलिया, सुदीप धींग, अभय सिरोलिया, प्रेम चौरड़िया, अशोक जैन ट्रांसपोर्टवाले, कल्याणमल जैन, नरेश भंडारी, अभय जैन मामा सहित विभिन्न लोग मौजूद रहे। संचालन राहुल कटारिया ने किया व आभार अभय सिरोलिया ने माना।