रेल मंत्री को सौंपेंगे 9 सूत्रीय मांग एवं सुझावों का पत्र
उज्जैन। हृदय रोग विशेषज्ञ एवं वरिष्ठ पार्षद डॉ. विमलकुमार गर्ग आज
रेलमंत्री पियुष गोयल के उज्जैन आगमन पर उन्हें 9 सूत्रीय मांगों एवं
सुझावों का पत्र सौंपेंगे।
उक्त पत्र में रेल मंत्री से मांग की जाएगी कि कई वरिष्ठ एवं निःशक्तजनों
के लिए रिजर्वेशन फार्म में एक कॉलम अलग रखा जाये जिसमें व्हील चेयर का
कॉलम हो जिससे यात्री को डिब्बा उतरते ही व्हील चेयर उपलब्ध हो जाये। यही
सुविधा लगेज उठाने के लिए पोर्टर की भी हो भले ही यह सुविधा सशुल्क हों।
साथ ही विभिन्न श्रेणियों में यात्रियों को मिलने वाली सब्सिडी की सुविधा
में कटौत्री कर इसे वर्तमान में मिल रही सब्सिडी को 50 प्रतिशत कर दिया
जाए। गाड़ियों में सुबह 8 से रात्रि 8 तक के मध्य यात्रा की अवधि में
यात्रियों को आरक्षित कोच में यात्रा करने हेतु सिटींग का चार्ज लेकर
आरक्षण दिया जाए जिससे यात्रियों को सुविधा के साथ रेलवे की आय में भी
वृध्दि होगी। कई बार यात्रा के लिए आरक्षण कराने पर वेटिंग का टिकिट
मिलता है जबकि वास्तविकता में गाड़ी खाली रहती है। इस विसंगति को दूर किया
जाये तथा पारदर्शी प्रणाली लागू की जाये। रेलवे स्टेशन पर गाड़ी के रूकते
ही टायलेट के दरवाजे, टॉयलेट सीट का ढक्कन ऑटोमेटिक रूप से बंद हो जाये
ताकि स्टेशनों पर पटरियों पर गंदगी न हो। मुंबई से बैरागढ़ जिला भोपाल तक
एक नयी यात्री गाड़ी चलाई जाए जिससे बैरागढ़, सीहोर, कालापीपल, शुजालपुर,
अकोदिया, बैरछा, मक्सी सहित आसपास के क्षेत्र के लोगों को सुविधा मिल
सकेगी। रैलों में अधिकारियों की मिलीभगत से अनाधिकृत वैंडर घूमते रहते
हैं एवं रेलवे द्वारा निर्धारित दर से अधिक दरों पर एवं गुणवत्ताहीन
खाद्य पदार्थों की बिक्री करते हैं, जिस पर नियंत्रण किया जावे। इंदौर से
उज्जैन के बीच यात्रियों का दबाव बना रहता है। अतः उज्जैन से इंदौर के
बीच ट्रेनों के फेरे बढ़ाये जावें। साथ ही उज्जैन-दाहोद मेमू ट्रेन के
डब्बों में टॉयलेट सुविधा नहीं है जिस कारण यात्रीगण स्टेशनों पर गाड़ी
रूकते ही यहां वहां मलमूत्र विसर्जित करते रहते हैं अतः डब्बों में
टॉयलेट सुविधा उपलब्ध कराई जाए।