अभियान चलाकर पुराने वाहनों के फिटनेस की जांच की जाये जांच के लिये संयुक्त दल का गठन किया जाये
संभागायुक्त श्री ओझा ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों की बैठक में दिये निर्देश
उज्जैन | संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने उज्जैन संभाग के अन्तर्गत आने वाले समस्त जिलों के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों को बैठक लेकर निर्देश दिये कि अपने-अपने जिले में अभियान चलाकर पुराने वाहनों के फिटनेस की जांच करने की कार्यवाही की जाये। अभियान के दौरान राजस्व, पुलिस तथा परिवहन कार्यालय के अधिकारियों की एक टीम का गठन कर संयुक्त रूप से वाहनों के फिटनेस की जांच की जाये। जिलों में बगैर पंजीयन के वाहनों को सख्ती से रोका जाये और सम्बन्धित के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाये। समय-समय पर स्कूल बसों की चेकिंग की जाये। 15 वर्ष से अधिक पुराने वाहनों के पंजीयन निरस्त करने की कार्यवाही की जाये।
संभागायुक्त ने जिलेवार क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों के द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। संभागायुक्त श्री ओझा ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिये कि समय-समय पर जिला कलेक्टरों की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की करवा कर समीक्षा करवाई जाये। जिलों में अवैध चल रहे वाहनों पर भी निगरानी रखी जाकर सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही की जाये। बैठक में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों ने अवगत कराया कि कार्यालयों में अमले की कमी होने के कारण कार्य में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। इस सम्बन्ध में संभागायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि इस सम्बन्ध में पत्रक तैयार कर भेजें। इसी तरह परिवर्तन अमले की कमी के सुझाव के सम्बन्ध में भी संभागायुक्त की ओर से शासन को पत्र भेजा जायेगा। बैठक में नि:शुल्क पिंक लायसेंस की समीक्षा की। इस अवसर पर बताया गया कि उज्जैन संभाग में 7480 महिलाओं को नि:शुल्क पिंक लायसेंस उपलब्ध करवाये गये हैं। इसमें सर्वाधिक उज्जैन जिले में 3832 महिलाओं को नि:शुल्क लायसेंस उपलब्ध कराये गये। संभागायुक्त ने इस सम्बन्ध में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों का सहयोग लेकर पिंक लायसेंस उपलब्ध कराने की कार्यवाही करने को कहा है।
बैठक में बताया गया कि मोटरयान चालक/परिचालक कल्याण बोर्ड के तहत संभाग में 13979 पंजीकृत चालक/परिचालक है। मुख्यमंत्री ग्रामीण परिवहन योजना के अन्तर्गत संभाग में 667 परमिट जारी किये गये हैं। इसमें सर्वाधिक उज्जैन जिले में 480 परमिट जारी किये गये हैं। रानी दुर्गावती योजना में संभाग में 72 वाहन पंजीकृत हैं। उक्त योजना के अन्तर्गत वाहन स्वामी के वाहन को पंजीयन दिनांक से दो वर्ष तक कर में 50 प्रतिशत की छूट शासन द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना में उज्जैन जिले में सर्वाधिक 38 वाहन पंजीकृत हैं।
बैठक में संभागायुक्त ने क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों के द्वारा अवैध वाहनों के विरूद्ध की गई कार्यवाही एवं प्राप्त राजस्व की समीक्षा की। इस दौरान बताया गया कि संभाग में 10 करोड़ 44 लाख से अधिक राशि अवैध वाहनों के विरूद्ध की गई कार्यवाही से प्राप्त की गई है। इसी प्रकार संभागायुक्त ने समाधान एक दिन की समीक्षा की। समाधान एक दिन से प्राप्त आवेदनों पर की जाने वाली कार्यवाही की सम्पूर्ण जानकारी सम्बन्धित जिलों के लोक सेवा प्रबंधन कार्यालय से ली गई है। प्राप्त आवेदनों पर कार्यवाही की जाकर मांगे गये दस्तावेज जारी किये जायेंगे।
बैठक में संयुक्त आयुक्त श्री प्रतीक सोनवलकर, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय उज्जैन के अधिकारी श्री संतोष मालवीय, अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय मंदसौर की अधिकारी सुश्री रंजना भदौरिया, जिला परिवहन कार्यालय रतलाम की अधिकारी सुश्री जया बसावा, देवास के श्री ज्ञानेन्द्र वैश्य, नीमच की सुश्री बरखा गौड़ एवं शाजापुर के श्री सक्सेना और आगर जिले के जिला परिवहन अधिकारी के प्रतिनिधि उपस्थित थे।