अवरोध डिवाइडर पर कंडे थापने वालों एवं हरियाली नष्ट करने वालों की खैर नहीं
संभागायुक्त ने दिये कठोर कार्रवाई के निर्देश
उज्जैन । उज्जैन-इन्दौर फोरलेन रोड पर डिवाइडर की भूमि पर डिवाइडर तोड़कर बहुत से लोग कंडे थाप रहे हैं, वहां लगाए गए पेड़-पौधों में आग लगाकर तथा उन्हें काटकर नष्ट कर रहे हैं एवं उस स्थान का निजी उपयोग कर रहे हैं। यह कृत्य अत्यधिक आपत्तिजनक है। संभागायुक्त ने ग्रामीण सड़क विभाग सहित सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। इन सब कृत्यों से सड़क सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
संभागायुक्त श्री ओझा ने आज मंगलवार को बृहस्पति भवन में संभागीय समीक्षा बैठक में ये निर्देश दिए। बैठक में संयुक्त आयुक्त श्री प्रतीक सोनवलकर, अपर कलेक्टर श्री बीबीएस तोमर सहित विभिन्न विभागों के संभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में संभागायुक्त द्वारा संभाग में भू-अर्जन की शेष राशि लगभग 350 करोड़ का भुगतान सम्बन्धित भू-स्वामियों को करने के निर्देश दिए गए। बताया गया कि सभी प्रकरणों में अवार्ड पारित कर दिया गया है तथा शेष भुगतान की कार्रवाई शीघ्र कर दी जाएगी।
संभागायुक्त ने विभिन्न विभागों को उनके विभाग को दिए गए लक्ष्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना सहित सभी रोजगार योजनाओं में लक्ष्यपूर्ति की जाए। संभाग के जिन जिलों में रोजगार मेले आयोजित नहीं किए गए हैं, वहां तुरन्त रोजगार मेले आयोजित किए जाएं।
संभागायुक्त ने बैठकों में निरन्तर अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों को निलम्बित किए जाने की कार्रवाई के निर्देश दिए। बताया गया कि लोक निर्माण विभाग पीआईयू के कार्यपालन यंत्री श्री जोशी कई बार से संभागीय बैठक में अनुपस्थित हैं।
संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि भावान्तर भुगतान योजना के अन्तर्गत संभाग के किसी की जिले में भुगतान शेष नहीं रहना चाहिए। भावान्तर के अन्तर्गत माह अक्टूबर, नवम्बर एवं दिसम्बर में किसानों द्वारा बेची गई फसलों का उन्हें भुगतान मिल जाए। बताया गया कि अभी पूरे संभाग में 17 हजार 590 किसानों का भुगतान शेष है, भुगतान शीघ्र करा दिया जाएगा।
सिंहस्थ क्षेत्र में अवैध कॉलोनी काटने के प्रकरण में संभागायुकत द्वारा नगर निगम को निर्देश दिए गए कि इस सम्बन्ध में जांच उपरान्त कार्रवाई की जाए। सिंहस्थ के दौरान शिप्रा नदी पर बने चिन्तामन पुल के दो वर्ष में ही खराब हो जाने तथा सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हो जाने के मामले में संभागायुक्त द्वारा नगर निगम को निर्देश दिए गए कि मामले में विभागीय जांच कर कार्रवाई की जाए।
बैठक में बताया गया कि नागदा स्थित ग्रेसिम एवं अन्य उद्योगों से निकले एसिड, मर्करी, लेड, सल्फर, सल्फयुरिक एसिड आदि खतरनाक रसायनों से नदी जल के प्रदूषित होने तथा आसपास के किसानों के खेतों की जमीनें जहरीली होने तथा उनकी फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने सम्बन्धी किसानों की शिकायतें प्राप्त हुई हैं। संभागायुक्त द्वारा इस सम्बन्ध में निर्देश दिए गए कि प्रदूषण निवारण मण्डल तत्परतापूर्वक कार्रवाई करे, मामला गंभीर है।