नर्सिंग घाट पर विसर्जित हुई श्री श्री मौनी बाबा की अस्थियां
उज्जैन @ ब्रह्मलीन श्री श्री मौनी बाबा की अस्थियां 8 मार्च को पूरे विधि विधान से बाबा की प्रथम स्थली नृसिंह घाट पर विसर्जित हुई। दाड़ी गुरू द्वारा मंत्रोच्चार के बीच संत सुमनभाई ने बाबा की अस्थियां पूरे विधि विधान से क्षिप्रा में विसर्जित की।
आश्रम के पीआरओ दीपक राजवानी के अनुसार गंगा घाट से संत सुमनभाई, भरत शर्मा, वैभव शर्मा व संत सुमनभाई की पुत्रियां व उनके बड़े जमाई हिमांशु कौशिक के साथ नर्सिंग घाट पहुंचे। जहां तैराकी दल के हॉल में बाबा की तस्वीर व अस्थि कलश रखकर बाबा की पुरानी कुटिया पर नर्सिंग तैराकी दल के संरक्षक कैलाश विजयवर्गीय ने अस्थि कलश पर पुष्प चढ़ाकर बाबा को श्रध्दांजलि दी।
पश्चात अध्यक्ष जुगलकिशोर खंडेलवाल, प्रभुलाल शर्मा, राकेष जैन, राकेश कोठारी, मयंक, गोलू, कैलाश, सोनू, रमेषचंद्र शर्मा, प्रकाश रघुवंशी, सेवानिवृत्त अपर कलेक्टर हुकुमचंद सोनी, पंकज घाटिया, रितेश पोरवाल, नीरज पोरवाल सहित कई समाजसेवियों की उपस्थिति में संत सुमनभाई ने बाबा की कई बातें बताई। सुमनभाई ने कहा कि बाबा से पुणे में कहा कि बाबा अब जल्दी उज्जैन चलते हैं, वहां पर नवरात्रि की तैयारी भी करना है तो बाबाश्री ने कहा मुझे अब कहीं नहीं जाना है, नवरात्रि आप ही करना व बाबा ने अपनी माला उतारकर सुमनभाई के गले में डाल दी।