विद्यार्थियों को बताए उपकरणों के प्रायोगिक महत्व
Ujjain @ विक्रम विश्वविद्यालय की भौतिकी अध्ययनशाला में नवाचारी साधनों की संरचना विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत हुई। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के रूप में आैद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के एके गंगराडे ने भौतिकी इलेक्ट्रॉनिक्स आैर अन्य शाखाओं में प्रयोग होने वाले विभिन्न उपकरणों के प्रायोगिक महत्व बताए। आईटीआई के गंगराडे व संदीप पाठक ने विद्यार्थियों को इलेक्ट्रॉनिक्स के मूलभूत उपकरणों जैसे मल्टीमीटर सोल्ड रिंग गन आदि की भी जानकारी दी। इन्होंने उपकरणों के प्रायोगिक प्रयोग के अलावा इन्हें डिजाइन करना भी सिखाया। अन्य विशेषज्ञों के रूप में पीआरजी शर्मा आैर जयप्रकाश पटेरिया ने रेफ्रिजरेटर आैर प्रशीतन एसी के विभिन्न घटकों, निर्माण व सुधार की जानकारियां दी। अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रो. संजय कुमार घोष ने की। कार्यशाला की रूपरेखा डॉ. निश्छल यादव ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम में संयोजक डॉ. स्वाति दुबे, डॉ. प्रिया दुबे, कमल जैन, सुभाष चौहान सहित शोधार्थी व विद्यार्थी उपस्थित थे।