ऊर्जा मंत्री ने कालिदास कन्या महाविद्यालय के वार्षिक स्नेह सम्मेलन में शिरकत की
बेटियां खूब मन लगाकर पढ़ाई करें
हमारी प्यारी बेटियों के लिये मध्य प्रदेश शासन हमेशा तत्पर रहा है –मंत्री श्री जैन
उज्जैन । प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने शनिवार को विक्रमादित्य क्लॉथ मार्केट के समीप स्थित शासकीय कालिदास कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय के वार्षिक स्नेह सम्मेलन में शिरकत की। महाविद्यालय की छात्राओं से मंच से वार्तालाप करते हुए मंत्री श्री जैन ने कहा कि हमारी बेटियां खूब मन लगाकर पढ़ाई करें। बेटियों के लिये मध्य प्रदेश शासन और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान हमेशा तत्पर रहे हैं। निरन्तर बेटियों को आगे बढ़ाने के लिये शासन द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं। यदि बेटी शिक्षित होती है तो उसके साथ-साथ पूरा परिवार भी शिक्षित होता है। उन्होंने कॉलेज की छात्राओं से कहा कि वे लोग काफी भाग्यशाली हैं, उज्जैन प्राचीन समय से शिक्षा की गौरवशाली स्थली रहा है। भगवान श्रीकृष्ण, बलराम और सुदामा ने भी यहीं शिक्षा ग्रहण की है। कोने-कोने से लोग यहां आने के लिये आतुर रहते हैं। छात्राएं पढ़-लिखकर अपने सपने पूरे करें। उनके लक्ष्य को प्राप्त करने में सरकार हरसंभव सहायता करेगी।
मंत्री श्री जैन ने कहा कि मध्य प्रदेश शासन ने हाल ही में प्रदेश की बेटियों को पुलिस की भर्ती में निर्धारित ऊंचाई में भी छूट देने का निर्णय लिया है। पहले कम ऊंचाई होने के कारण कई बेटियों का पुलिस में भर्ती होने का सपना अधूरा रह जाता था, परन्तु शासन की इस पहल से कम कद वाली बेटियां भी पुलिस में भर्ती होकर बड़ा नाम करेंगी। मंत्री श्री जैन ने कहा कि कॉलेज की छात्राओं के ड्रायविंग लायसेंस बनवाने के लिये समय-समय पर शिविर लगाये जायें और सुरक्षा के लिये उन्हें हेलमेट भी मुहैया कराये जायें। मंत्री श्री जैन ने छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य के लिये अपनी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ.महेश शर्मा, छात्र संघ प्रभारी डॉ.वन्दना गुप्ता, छात्र संघ अध्यक्ष सुश्री दीक्षा शर्मा, उपाध्यक्ष सुश्री वैष्णवी कंडारे, नोडल अधिकारी आईटी उच्च शिक्षा डॉ.हरीश व्यास, श्री धर्मेन्द्र राजपूत, अन्य अतिथिगण और कॉलेज का पूरा स्टाफ तथा छात्राएं मौजूद थीं।
स्नेह सम्मेलन में डॉ.वन्दना गुप्ता द्वारा महाविद्यालय की वार्षिक गतिविधियों का वाचन किया गया, जिसमें बताया गया कि शासकीय कन्या महाविद्यालय की स्थापना सन 1981 में अशासकीय महाविद्यालय के रूप में हुई थी। सन 1982 में इसे शासकीय महाविद्यालय घोषित किया गया। वर्तमान में महाविद्यालय में 1497 छात्राएं अध्ययनरत हैं। स्वयं का भवन न होने और सुविधाओं के अभाव होने पर भी महाविद्यालय की छात्राएं निरन्तर विश्वविद्यालय और महाविद्यालय में प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करती रही हैं। महाविद्यालय का नवीन भवन शीघ्र ही निर्मित कर दिया जायेगा। नवीन भवन के पूर्ण विकास हेतु मध्य प्रदेश शासन द्वारा 10 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदाय की गई है। इसमें ऑडिटोरियम, जिमनेशियम और अन्य सुविधाएं भी छात्राओं को प्रदान की जायेगी। अगला सत्र नवीन भवन से ही प्रारम्भ किया जायेगा। कॉलेज की 60 छात्राओं को मेधावी स्कॉलरशिप, 400 छात्राओं को स्मार्टफोन वितरण और लगभग 900 छात्राओं को अजा, अजजा और अन्य पिछड़ा वर्ग के अन्तर्गत छात्रवृत्ति प्रदाय की गई है। महाविद्यालय ने राष्ट्रीय स्तर पर 'नैक' से 'ए' ग्रेड भी प्राप्त की है। विगत 19 फरवरी से महाविद्यालय में वार्षिक उत्सव चल रहा था। इसके अन्तर्गत खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले तथा शिक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को अतिथियों द्वारा मंच से पुरस्कार और प्रशंसा-पत्र वितरित किये गये।