विधि महाविद्यालय के प्रथम वार्षिक स्नेह सम्मेलन का शुभारंभ
विधि महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने बहुत नाम कमाया है- डॉ. शर्मा
उज्जैन। विधि महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने विभिन्न क्षेत्रों में
अपना नाम कमाया है। हम विधि महाविद्यालय के राष्ट्रीय विधि संस्थान के
रूप में विकसित करेंगे।
यह उद्गार शासकीय विधि महाविद्यालय के वार्षिक स्नेह सम्मेलन का उद्घाटन
करते हुए अध्यक्ष के रूप में अपना उद्बोधन देते हुए विधि महाविद्यालय के
प्राचार्य डॉ. एस.एन. शर्मा ने व्यक्त किये। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
सोनू गेहलोत ने आजादी की लड़ाई में विद्यार्थियों की भूमिका को रेखांकित
करते हुए विधि के विद्यार्थियों का देश की समस्याओं के समाधान के लिए
आव्हान किया। उन्होंने कहा कि विधि के विद्यार्थियों को किताबों के
साथ-साथ समाज का भी अध्ययन करना चाहिये। कार्यक्रम के विशेष अतिथि शासकीय
माधव कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बी.एस. मक्कड़ ने कहा
कि स्नेह सम्मेलन से विद्यार्थियों में स्नेह और प्रेम की भावना विकसित
होती है। विधि के विद्यार्थी स्नेह सम्मेलन की प्रत्येक गतिविधि से बढ़
चढ़कर भाग लें। धर्मेन्द्र राजपूत ने कहा कि मध्यप्रदेश में विद्यार्थी
परिषद के प्रयासों से छात्र संघ निर्वाचन हुए। महाविद्यालय को ज्ञान का
मंदिर बनाना छात्रों एवं शिक्षकों की जिम्मेदारी है। राजेश तिवारी ने कहा
कि शैक्षणिक संस्थाओं में अनुशासन होना बहुत जरूरी है। सफलता प्राप्त
करने के लिए विद्यार्थी निरंतर प्रयास करें। अतिथि परिचय एवं स्वागत भाषण
प्रो. दिनेश पंड्या ने किया। डॉ. रफीक नागौरी ने अपनी शायरी से
विद्यार्थियों में उत्साह का संचार किया। इस अवसर पर मंच पर छात्र संघ
अध्यक्ष जयति दिसावल, उपाध्यक्ष साक्षी अरोरा, सचिव शेख शाहबाज एवं
सहसचिव रितिक सोनगरा भी उपस्थित थे। संचालन डॉ. अरूणा सेठी ने किया।
अतिथियों का स्वागत बबलू खिची, प्रमोद डोडिया, मनीष डोडिया एवं शुभम
राठौर ने किया। आभार जयति दिसावल ने माना।