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कागजों पर बना दिये 100 शौचालय


 

उपयंत्री ने कार्यपालन यंत्री और पार्षद की मिलीभगत से किया गबन

उज्जैन। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत बने शौचालयों में उपयंत्री राजेश चौहान, कार्यपालन यंत्री ज्ञानेन्द्रसिंह जादौन एवं क्षेत्रीय पार्षद पर मिली भगत से लाखों रूपये का भ्रष्टाचार करने का आरोप समाजसेवी धनराज गेहलोत ने लगाया। गेहलोत का आरोप है कि शौचालयों का निर्माण किये बिना उनका भुगतान भी ठेकेदार को कर दिया गया। 

धनराज गेहलोत के अनुसार जोन क्रमांक 6 नानाखेड़ा के अंतर्गत वार्ड क्रमांक 47 में उपयंत्री राजेश चौहान द्वारा नोटशीट पर 100 शौचालय के निर्माण की स्वीकृति प्राप्त की गई। उक्त 100 शौचालयों का ठेका ठेकेदार मेसर्स महाकाल सप्लायर के द्वारा वर्क ऑर्डर क्र. 4433 दिनांक 9 दिसंबर 2016 को लिया गया था। वर्क ऑर्डर के अनुसार वार्ड 47 में 100 शौचालयों का निर्माण हुआ ही नहीं। नगर निगम से आरटीआई के द्वारा वार्ड में कितने शौचालय बने एवं किस क्षेत्र में तथा कौन से हितग्राही के यहां बने इसकी जानकारी नगर निगम के उपयंत्री गंगराड़े द्वारा दी गई तो पता चला कि वार्ड 47 में कुल 13 शौचालयों का निर्माण ही हुआ। सूची में अंकित नामों के तथा दर्शाये गये पते पर जब हम गये तो पता चला कि उक्त 13 शौचालयों में 7 के यहां निर्माण कार्य भी आधा अधूरा ही है। वहीं हितग्राहियों से 1360 एव कहीं कहीं इससे अधिक राशि अवैध रूप से वसूल कर भी ले गए। भ्रष्ट उपयंत्री राजेश चौहान द्वारा शौचालयों का निर्माण कार्य नहीं कराया गया तथा नोटशीट पर ही 100 शौचालयों का भुगतान क्रमांक 266 दिनांक 26.12.16 के द्वारा चेक क्रमांक 000458 से 3 लाख 48 हजार 452 का भुगतान कर दिया। इसी प्रकार 16 जनवरी को साढ़े पांच लाख तथा 13 अक्टूबर को साढ़े 55 हजार का भुगतान कर दिया। राजेश चौहान द्वारा लाखों रूपये का भुगतान मात्र नोटशीट पर कर स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वीकृत राशि का गबन किया गया। गेहलोत ने कहा कि वे इस मामले की शिकायत लोकायुक्त तथा ईओडब्ल्यू में करेंगे। 

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