राजा विक्रमादित्य की नगरी में पौने 3 लाख दीपक जलाये जायेंगे, बनेगा वर्ल्ड रिकार्ड
उज्जैन राजा विक्रमादित्य की नगरी उज्जयिनी में गत 13 वर्षों से लगातार विक्रमोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष भी विक्रमोत्सव भव्य पैमाने पर मनाया जायेगा। इस वर्ष शिप्रा तट रामघाट, नृसिंह घाट आदि स्थानों पर वर्ल्ड रिकार्ड बनाने के लिये जन-सहयोग से पौने तीन लाख दीपक जलाये जायेंगे। विक्रमोत्सव के कार्यक्रम को सफल बनाने के उद्देश्य से उज्जैन दक्षिण विधायक डॉ.मोहन यादव की अध्यक्षता में आज बुधवार को सिंहस्थ मेला कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित थे। विक्रमोत्सव 12 मार्च से 18 मार्च तक मनाया जायेगा। इन आठ दिवसों में विक्रमादित्य से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
बैठक में विधायक डॉ.मोहन यादव ने अवगत कराया कि विक्रमोत्सव उज्जैन में विगत 13 वर्षों से निरन्तर आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष भी भव्य पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित कर 12 मार्च से 18 मार्च तक विक्रमादित्य एवं उज्जयिनी से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इन कार्यक्रमों में आम जनता को जोड़कर विक्रमादित्य के बारे में जानकारी से अवगत कराया जायेगा। विक्रमोत्सव कार्यक्रम में पॉलीटेक्निक महाविद्यालय, इंजीनियरिंग महाविद्यालय, साइंस कॉलेज एवं डोंगला वेधशाला को भी जोड़ा जाये, ताकि इनको भी कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी जा सके।
कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने विक्रमोत्सव के विभिन्न कार्यक्रम स्थलों पर आवश्यक व्यवस्थाएं करने के लिये सम्बन्धित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने बताया कि पौने तीन लाख दीपक जलाने की अभी से व्यापक तौर पर योजना बनाई जाये, ताकि जिस दिन दीपक जलाये जायें, उस दिन किसी प्रकार की कठिनाई न आ पाये। इस कार्य में समाज के प्रत्येक वर्ग तथा जनप्रतिनिधियों को जोड़कर जनभागीदारी से कार्य कराया जाये। उन्होंने आयोजन समिति के पदाधिकारियों से आग्रह किया कि कोठी पर शाम को लाईट एण्ड साउण्ड के कार्यक्रम से भी आमजन को जोड़ा जाये।
विक्रमोत्सव का उद्घाटन 12 मार्च को कालिदास संस्कृत अकादमी के संकुल में किया जायेगा। इस दिन शासकीय कन्या उत्कृष्ट महाविद्यालय से कलश यात्रा निकाली जाकर फ्रीगंज के विभिन्न मार्गों से होते हुए पुन: जीडीसी पहुंचेगी। इसी प्रकार 13 मार्च को विक्रम कीर्ति मन्दिर में 'संवत प्रवर्तक सम्राट विक्रमादित्य' विषय पर संगोष्ठी आयोजित की जायेगी। संगोष्ठी का आयोजन महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा किया जायेगा। इस अवसर पर कांवेरी शोध संस्थान द्वारा सील-सिक्कों की प्रदर्शनी त्रिवेणी कला एवं संग्रहालय उज्जैन में लगाई जायेगी। यह प्रदर्शनी 13 मार्च से 18 मार्च तक रहेगी। विक्रमोत्सव के तीसरे दिन 14 मार्च को माधव महाविद्यालय में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक महाविद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। इसी दिन महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ व प्रेमचन्द सृजन पीठ के द्वारा महाकाल मन्दिर के पीछे विक्रम टीले पर विक्रमादित्य के नवरत्नों पर परिचर्चा अपराह्न में आयोजित होगी।
इसी प्रकार 15 मार्च को शासकीय उत्कृष्ट स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय दशहरा मैदान उज्जैन में दोपहर में महिला सशक्तिकरण पर व्याख्यान आयोजित किया जायेगा। इसी दिन अपराह्न में महानन्दा नगर क्षेत्र में स्थित तारा मण्डल में कालगणना सम्बन्धी विषय पर परिचर्चा की जायेगी। तत्पश्चात तारा मण्डल का अवलोकन किया जायेगा। उक्त कार्यक्रम मप्र प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विभाग तथा डोंगला वेधशाला द्वारा आयोजित किया जायेगा। विक्रमोत्सव के पांचवे दिन 16 मार्च को अनुष्ठान मण्डल ज्योतिष अकादमी, श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति, महर्षि पाणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय, महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान तथा संस्कृत विभाग विक्रम विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में महाकाल मन्दिर के महाकाल प्रवचन हॉल में वेद अंताक्षरी का आयोजन किया जायेगा। 6वें दिन 17 मार्च को शिप्रा नदी के रामघाट से नृसिंह घाट आदि स्थानों तक आमजन के सहयोग से वर्ल्ड रिकार्ड बनाने के उद्देश्य से पौने तीन लाख दीपक जलाने का कार्यक्रम शाम 6 बजे के बाद से किया जायेगा। इस दिन रामघाट व दत्त अखाड़ा पर शाम को मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। विक्रमोत्सव के सातवे दिन 18 मार्च को रामघाट दत्त अखाड़ा पर प्रात: सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा। इस दिन फ्रीगंज टॉवर चौक पर रात्रि 8 बजे अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा।
कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने बैठक में आठ दिवसीय विक्रमोत्सव के विभिन्न कार्यक्रम को सुचारू एवं सफल बनाने के लिये नगर निगम, विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, होमगार्ड, स्वास्थ्य विभाग, विद्युत, पुलिस आदि को सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिये। बैठक में डिप्टी कलेक्टर श्री अवधेश शर्मा, डॉ.भगवतीलाल राजपुरोहित, श्री रूप पमनानी, पं.श्यामनारायण व्यास, श्री नरेश शर्मा, श्री राजेश कुशवाह, श्री प्रकाश माथुर, श्री नारायण उपाध्याय, श्री दिनेश दिग्गज, डॉ.रमण सोलंकी, डॉ.आरके अहिरवार, श्री तरूण उपाध्याय, प्रो.अल्पना उपाध्याय आदि उपस्थित थे।