वृद्धा ने अभिभाषक पर लगाया मकान पर कब्जे का आरोप
उज्जैन। दानीगेट निवासी वृद्धा ने एक अभिभाषक पर उनके पैतृक मकान पर जबरन कब्जे का आरोप लगाया है। वृद्धा ने एसपी से लेकर कलेक्टर तक शिकायत की लेकिन कहीं पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
75 वर्षीय शकुंतला द्विवेदी निवासी दानीगेटने पत्रकारवार्ता में बताया कि उनका एक पैतृक मकान दानीगेट पर है। उक्त मकान पर पीछे डेढ़ साल से अभिभाषक देवेन्द्र शर्मा ने कब्जा कर रखा है। शकुंतला द्विवेदी ने इस संबंध में एसपी से लेकर कलेक्टर और मुख्यमंत्री हेल्पलाईन में भी की। लेकिन उन्हें कहीं पर भी न्याय नहीं मिला। पीछे एक डेढ़ साल से महिला न्याय की गुहार लगभग सभी विभागों में लगा चुकी है। शकुंतला द्विवेदी ने आरोप लगाया की क्षेत्र में रहने वाले अभिभाषक देवेन्द्र शर्मा ने उसके भाई चिंतामणी की मौत के बाद फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के आधार पर मकान की रजिस्ट्री अपने नाम कर ली। वृद्धा जब अभिभाषक के पास पहुंची तो उसने कहा की उसने उक्त मकान चिंतामणी द्विवेदी से खरीदी थी। जबकि वृद्धा कहा कहना हैकि उनके पिता ने भाई चिंतामणी को संम्पत्ति से बेदखल कर दिया था।
न्याय नहीं मिला तो करूगी आत्मदाह
पुलिस और प्रशासन से गुहार लगाने के बाद भी उस न्याय नहीं मिला। वृद्धा ने धमकी दी है कि अगर उसके मामले में जल्द सुनवाई नहीं की गईतो वह आत्मदाह कर लेगी। वृद्धा का आरोप है कि राजनीतिक पकड़ के कारण उसकी बात कहीं पर भी नहीं सुनी जा रही है।