मसानी बाबा ने खोला मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा
देश में फैले असुरक्षा के भाव और लचर न्याय व्यवस्था पर जताया आक्रोश
उज्जैन। देश की न्याय व्यवस्था में सुधार और राजनैतिक पारदर्शिता को लेकर स्वामी परमानंद मसानी बाबा ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर कार्यालय पर दिया , लम्बे समय से विभिन्न मांगो को लेकर संघर्ष कर रहे मसानी बाबा ने देश की मोदी सरकार को चुनौती देते हुए बड़े पदों पर आसीन लोगो से पद छोड़ने की मांग की। मसानी बाबा ने व्यवस्था में बदलाव नहीं होने पर सांकेतिक मौन आंदोलन की चेतावनी दी है।
तृतीय स्वाधीनता संग्राम समिति के राष्ट्रिय संयोजक स्वामी परमानन्द मसानी बाबा ने युवाओं के साथ कोठी पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा , मसानी बाबा ने कहा की वर्तमान में देश की सुरक्षा को बड़ा खतरा नजर आ रहा है , सीमा से लेकर घर तक आदमी सुरक्षित नहीं हे। देश की मोदी सरकार लोगो को सुरक्षा का भाव देने में असमर्थ साबित हुई है। अगर वे भारत की न्याय व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था में सुदृढ़ता नहीं ला सकते तो राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोगो को तत्काल पद त्याग देना चाहिए। ज्ञापन के माध्यम से मसानी बाबा ने मांग की हे की हर पार्टी अपनी विचारधारा से राष्ट्र को अवगत कराये और पैसे, शराब , कंबल ,आदि बांटकर लालच देकर अथवा बन्दुक की नोंक पर चुनाव कराने के संबंध मेंप्रतिबंध लगाने के लिए चुनाव आयोग की कोई संयुक्त संस्था कार्य करनी चाहिए। हर पार्टी अपने पीएम उम्मीदवार की 3 वर्ष पूर्व घोषणा करें। प्रधानमंत्री अपने पांच वर्ष के कार्यकाल की वार्षिक योजना हल्फी ब्यान पत्र के रूप में 1000 रूपए के स्टाम्प पर प्रस्तुत करें। असफल होने पर प्रधानमंत्री को फांसी की सजा स्वीकार करना चाहिए। प्रधानमंत्री जनता के प्रति सीधा जवाबदेह हो औरराष्ट्रपति , चुनाव आयोग , मुख्य न्यायधीश के संज्ञान में कार्य किये जाए। ज्ञापन में गोलू विश्वकर्मा , मोहन यादव , आकाश स्वामी , दीपक जाट , आदि मौजूद थे।