टीबी मरीज के रोगमुक्त होने पर दवा खिलाने वाले को मिलेगी 5 हजार रूपये तक की प्रोत्साहन राशि
उज्जैन । लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण भोपाल की ओर से गत दिवस होटल
रूद्राक्ष में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के
अधिकारी ने जानकारी दी कि क्षय रोग के नियंत्रण के लिये प्रोत्साहन योजना चलाई जा रही है। इस
योजना के तहत रोगी को नियमित रूप से डाट्स कोर्स खिलाने पर तथा रोगी के रोगमुक्त होने पर
सम्बन्धित स्वास्थ्यकर्मी को पांच हजार रूपये का ईनाम स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उपलब्ध कराया
जायेगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.व्हीके गुप्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि
प्रोग्रामेटिक मैनेजमेंट ऑफ ड्रग रजिस्टेंट विषय पर विगत दिवस कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें
राज्य क्षय अधिकारी डॉ.अतुल खराटे, डॉ.व्हायके जानी द्वारा कार्यशाला में जानकारी दी गई कि क्षय
रोग के मरीजों की संख्या को नगण्य करना आवश्यक है। क्षय रोग के मरीजों को नियमित उपचार
निर्धारित समय तक उपलब्ध कराया जाये, ताकि रोग से पीड़ित व्यक्ति को मुक्ति मिले। नियमित
उपचार नहीं लेने वाले क्षय रोगी डिफाल्टर होते हैं और संख्या बढ़ती है। इस पर स्वास्थ्य अधिकारी
ध्यान दें। चिकित्सकों के पास अगर टीबी की बीमारी का कोई रोगी आता है तो वे शासन द्वारा दिये
जाने वाले नि:शुल्क उपचार सम्बन्धित पीड़ित को उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। टीबी रोग से
मुक्त कराने के लिये नवीन उपचार योजना में मरीज का नियमित वजन कर दवा का डोज वजन
अनुसार दिया जाता है। ऑनलाइन पर प्रतिदिन इसकी इंट्री भी की जाती है। दवा खिलाने वाले
स्वास्थ्यकर्मी को ईनाम दिया जायेगा। निजी चिकित्सकों को भी डीबीटी योजना के तहत प्रदान की
जाती है। कार्यशाला में जिले के स्वास्थ्य अधिकारी, जिला क्षय अधिकारी डॉ.सुनीता परमार, जिला
महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री एसए सिद्धिकी, आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के डॉ.एचजी
वारूड़कर, एनजीओ डॉक्टर फॉर यू; के श्री शुभम ओझा आदि उपस्थित थे।