मुख्यमंत्री ने दिल से कार्यक्रम में गरीब कल्याण कार्यों की जानकारी दी
उज्जैन । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के रेडियो कार्यक्रम 'दिल से' का प्रसारण गत दिवस किया गया। मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में आमजन से चर्चा करते हुए गरीब कल्याण के कार्य वनवासी कल्याण के कार्य एवं नि:शुल्क उपचार के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उज्जैन में भी कई स्थानों पर रेडियो के माध्यम से मुख्यमंत्री का कार्यक्रम सुना गया।
मुख्यमंत्री ने दिल से कार्यक्रम में कहा कि इस वर्ष सरकार द्वारा 15 लाख पक्के मकान बनाकर दिये जायेंगे। दीनदयाल रसोई में भरपेट भोजन की व्यवस्था की गई है। उज्ज्वला योजना में गैस कनेक्शन देकर गरीब की रसोई को धुएं से मुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि घरों में सूरज के प्रकाश से भोजन बनें, इस पर अनुसंधान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय बजट की सराहना भी की। वनवासी कल्याण के कार्यों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वनवासी बहनों के लिये चरण पादुका योजना लागू की गई है, जिसमें जूते, चप्पल, पीने के पानी की कुप्पी और बहनों को साड़ी देने का कार्य आगामी माह से शुरू हो जायेगा। वन उपज का उचित मूल्य दिलवाने के लिये उनका मूल्य निर्धारण किया गया है।
मुख्यमंत्री ने चर्चा में कहा कि गरीब को उपचार में बाधा नहीं आये, इसके लिये सरकार ने वल्लभभाई नि:शुल्क औषधि वितरण योजना तथा राज्य बीमारी सहायता निधि में दो लाख रूपये तक के उपचार की सहायता जिला स्तर पर देने के लिये कलेक्टर को अधिकृत किया है। इसी तरह मूक-बधिर बच्चों की शल्यक्रिया के लिये मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना और दिल में छेद से रोग से पीड़ित बच्चों के ऑपरेशन के लिये मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना संचालित की जा रही है। माताओं, बहनों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिये स्वास्थ्य शिविर और नि:संतान महिलाओं के उपचार के कार्य किये जा रहे हैं।
रेडियो कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब परिवार के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में दिक्कत न आये, इसके लिये नि:शुल्क पाठ्यपुस्तकें, गणेवश, सायकल, छात्रवृत्ति के साथ ही मजदूर के लिये श्रमोदय, एकलव्य आदि शिक्षण संस्थाओं की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने भगवान शिव के समान ही किसानों को भोला भण्डारी बताया। उन्होंने प्रदेश को लगातार पांच वर्षों से कृषि कर्मण पुरस्कार मिलने का श्रेय किसानों को दिया। मुख्यमंत्री ने बताया कि आज प्रदेश के अन्न भण्डार भरे हैं। सिंचाई का रकबा साढ़े सात लाख हेक्टेयर से बढ़कर 40 लाख हेक्टेयर हो गया है। बम्पर उत्पादन के समय आने वाली कठिनाईयों में मदद करने के लिये मध्य प्रदेश सरकार ने भावान्तर योजना लागू की है। दिल से कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने परीक्षा की तैयारी, जरूरतमन्दों की मदद करने, स्वच्छता का संकल्प दिलाने, अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस, कैंसर दिवस, नर्मदा जयन्ती जैसे विषयों पर चर्चा करते हुए विभूतियों का स्मरण किया।