बाबा महाकाल ने दिए श्रद्धालुओं को दिए मनमहेश दर्शन
Ujjain @ आमतौर पर ज्योतिर्लिंग महाकाल के स्वरूप चांदी के मनमहेश के मुघौटे के दर्शन भक्तों को श्रावण, भादो, कार्तिक और अगहन मास में निकलने वाली सवारियों में पालकी के अंदर होते हैं। लेकिन शिवनवरात्रि में बाबा ने इसी रूप में सजकर भक्तों को मंदिर के गर्भगृह से दर्शन दिए। नवरात्रि के छठे दिन गर्भगृह में 11 पंडितों ने शासकीय पुजारी पं. घनश्याम गुरु के आचार्यत्व में जल व पंचामृत से महाकाल के शिवलिंग का अभिषेक किया। इसके पूर्व कोटितीर्थ कुंड के किनारे विराजे श्री कोटेश्वर व नेवैद्य कक्ष में विराजित श्री रामेश्वर महादेव के पूजन से अनुष्ठान की शुरुआत की गई। भोग आरती और इसके पश्चात संध्या पूजा हुई और पंडे-पुजारियों ने बाबा को नए जरी के मखमली वस्त्र धारण कराकर चांदी का मनमहेश के मुघौटे में सजाया। शयन आरती तक श्रद्धालुओं का मंदिर में दर्शन के लिए तांता लगा रहा।