कलेक्टर ने समितियों को सौंपे गये दायित्वों की तैयारियों के सम्बन्ध में 13 दिसम्बर तक लिखित में जानकारी देने के निर्देश तीन दिवसीय शैव महोत्सव को सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के उद्देश्य से बैठक सम्पन्न
उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के तत्वावधान में तीन दिवसीय शैव महोत्सव का आयोजन जनवरी माह के प्रथम सप्ताह में 5 से 7 जनवरी तक होगा। इस समागम में बारह ज्योतिर्लिंगों के पुजारी, प्रबंधन, अधिकारी, स्थानीय विद्वानों एवं सामाजिक कार्यकर्ता भाग लेंगे। कार्यक्रम को सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के उद्देश्य से अलग-अलग दायित्वों के लिये समितियों का गठन किया गया है। कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने नृसिंह घाट के सामने स्वामी सन्तदास उदासीन आश्रम में शुक्रवार 8 दिसम्बर को प्रात: बैठक आयोजित कर गठित समितियों के अधिकारियों एवं अन्य व्यक्तियों को सौंपे गये दायित्वों के बारे में विस्तार से चर्चा की। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि जिनको जो दायित्व सौंपे गये हैं, उनके द्वारा की गई तैयारियों के बारे में समिति के सदस्य 13 दिसम्बर तक लिखित में मय हस्ताक्षर के प्रस्तुत करें, ताकि आयोजन को अन्तिम रूप देने के लिये 14 दिसम्बर को बैठक आयोजित की जा सके। कलेक्टर ने बैठक में सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश दिये कि श्री महाकालेश्वर मन्दिर में एक लाख रूपये तक के समस्त दानदाताओं को भी शैव महोत्सव का आमंत्रण भेजा जाये।
11 लाइजिनिंग आफिसर नियुक्त होंगे
बैठक में कलेक्टर ने समितियों के सदस्यों को निर्देश दिये हैं कि तीन दिवसीय शैव महोत्सव का आयोजन गरिमामय रूप से सम्पन्न कराने के लिये गंभीरता से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। कलेक्टर ने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश दिये कि देश के 11 ज्योतिर्लिंगों से आने वाले पुजारी, प्रबंधन अधिकारी, वहां के स्थानीय विद्वान, सामाजिक कार्यकर्ता आदि के लिये 11 लाइजिनिंग आफिसर नियुक्त किये जायें। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि बाहर से आने वाले अतिथियों की व्यापक व्यवस्थाएं की जाये और उनके खानपान का विशेष ध्यान दिया जाये। मालवा का व्यंजन भी खानपान में शामिल हो। उन्होंने निर्देश दिये कि संभाग के शासकीय मन्दिरों के पुजारियों एवं प्रबंधकों को भी आमंत्रित किया जाये। शैव महोत्सव की व्यवस्थाएं दिसम्बर माह के अन्तिम सप्ताह तक पूर्ण की जाये।
बारह ज्योतिर्लिंगों के समागम में शैव के अतिरिक्त
अन्य मन्दिरों के पुजारी एवं प्रबंधक भी शामिल होंगे
तीन दिवसीय शैव महोत्सव में बारह ज्योतिर्लिंग के समागम में शैव के अतिरिक्त अन्य मन्दिरों के जैसे- तिरूपति बालाजी, वैष्णोदेवी, पद्मनाभ मन्दिर, द्वारकापुरी आदि के पुजारी और इन मन्दिरों के प्रबंधक तथा वहां के आध्यात्मिक एवं सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। समागम में सभी मन्दिरों की अनादिकाल से चली आ रही पूजा पद्धति, वहां के उत्सवों की परम्पराओं का सग्रह कर उन पर एक पुस्तक का प्रकाशन भी किया जायेगा। प्रकाशित पुस्तक से दर्शनार्थियों को भी लाभ होगा।
शैव महोत्सव के सफल आयोजन के लिये 17 उप समितियां
तीन दिवसीय शैव महोत्सव के सफल संचालन के लिये 17 उप समितियां बनाई है। इनमें सत्कार, टेन्ट, माइक, लाईट, मंचीय कार्यक्रम, यातायात, भोजन व्यवस्था, आवास व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, प्रकाशन, प्रचार-प्रसार, सांस्कृतिक, प्रदर्शनी, शोभायात्रा, वित्त प्रबंधन, सूचना प्रौद्योगिकी, स्वच्छता एवं पेयजल, स्वास्थ्य तथा जन-सहयोग समिति शामिल है। समितियों को सौंपे गये दायित्वों को पूर्ण करने के सम्बन्ध में अधिकारी अपने स्तर से आवश्यकता अनुसार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर कार्य को अंजाम दें।
बारह ज्योतिर्लिंगों के महात्म्य को विश्व स्तर पर प्रसारित करना
पुण्य सलीला शिप्रा तट किनारे बसी उज्जयिनी नगरी की पावनता, प्रतिष्ठा एवं प्रसिद्धि निरन्तर बनी हुई है। प्राचीन नगरी उज्जैन में श्री द्वादश ज्योतिर्लिंग समागम शैव महोत्सव का आयोजन 5, 6 एवं 7 जनवरी को भव्य पैमाने पर मनाया जायेगा। शैव महोत्सव का मुख्य उद्देश्य विश्व स्तर पर द्वादश ज्योतिर्लिंगों के महात्म्य को प्रसारित करना है। साथ ही आध्यात्मिक मनोभाव के साथ उज्जयिनी नगरी को धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है।
बैठक में श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के सदस्य श्री विभाष उपाध्याय, पुजारी पं.प्रदीप गुरू, श्री नवीन आर्य, श्री रामेश्वरदास महाराज, एडीएम श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी, यूडीए सीईओ श्री अभिषेक दुबे, एसडीएम उज्जैन श्री क्षितिज शर्मा, प्रशासक श्री प्रदीप सोनी तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित थे।