लालिमा दिवस के उपलक्ष्य में कन्या महाविद्यालय में हुआ आयोजन
उज्जैन। लालिमा दिवस के उपलक्ष्य में “पोषण से स्वास्थ्य” विषय पर जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 4 दिसंबर को शासकीय कालिदास कन्या महाविद्यालय, उज्जैन में प्रातः 11 बजे से परामर्श सत्र का आयोजन किया गया। परामर्श सत्र मे जिला परियोजना अधिकारी, श्री राजीव गुप्ता, सहायक संचालक,शहरी क्षेत्र की सी.डी.पी.ओ. सुश्री रीना अधुर्व, अर्चना जैन, सरिता यादव एवं सीमा उपाध्याय, प्रोफ़ेसर, शासकीय कालिदास कन्या महाविद्यालय,सेक्टर सुपरवाईजर, आंगनवाडी कार्यकर्त्ता एवंकालेज में अध्ययनरत छात्राओं सहित लगभग 75 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
परामर्श सत्र के आरम्भ में श्री राजीव गुप्ता, सहायक संचालक,द्वारा सत्र के उद्देश्य बताते हुए कहा गया किवर्तमान में हम खान-पान में पोषक खाद्य पदार्थो के स्थान पर जो मिल जाता है वह खाना का रहे है जिसके कारण किशोरी बालिकाओं में कुपोषण एवं एनीमिया जैसी स्वास्थ्य समस्याएँ हमारे सामने आ गयी है, इस प्रकार की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का समाधान संतुलित एवं पोष्टिक आहार से कर सकते है।
परामर्श सत्र में न्यूट्रीशन इंटरनेशनल केसंभागीय समन्वयक बृजमोहन दुबगे द्वारा बताया गया कि“सेहत सस्ती है किन्तु बीमारी महँगी है”जिसे हमें समझना है तथा सभी लोगो को समझाना है।स्वास्थ्य सम्बन्धी बिमारियों को मल्टी-विटामिन की गलियों से दूर करने के स्थान पर हमें अपने खान पान में बदलाव लाते हुए घर में उपलब्ध भोजन में थोडा बदलाव करते हुए पोषक तत्व युक्त खाद्य पदार्थ को अपने नियमित भोजन में शामिल करते हुए अपनाना होगा तथा खान पान की आदतों में बदलाव लाना होगा। कुपोषण के कारणकिशोरावस्था में शारीरिक विकास प्रभावित होता है एवं एनीमिया के कारण कार्यक्षमता में कमी आ जाती है, याद रखने में दिक्कत होती है तथा व्यक्ति का स्वाभाव चिडचिडा हो जाता है, विटामिन ए की कमी के कारण आँखों, त्वचा एवं शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में कमी आ जाती है इस प्रकार की सवास्थ्य समस्याओं को संतुलित आहार से दूर किया जा सकता है, भोजन में हरी-पत्तेदार सब्जियां, अंकुरित अनाज, फल, अंडे, दूध एवं दूध से बने पदार्थो को शामिल कर दूर किया जा सकता है, भोजन में विटामिन सी का महत्त्व बताते हुए स्पष्ट किया की इसके सेवन से भोजन में उपलब्ध आयरन का अवशोषण बढ़ जाता है इसी कारन हमारे नियमित भोजन में खट्टी चीजों का सेवन बढ़ाना है। संतुलित भोजन करने से शरीर को आवश्यक सभी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन, मिनरल आदि की आपूर्ति होती है जिससे शरीर में रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है और व्यक्ति स्वस्थ रहता है।
परामर्श सत्र में आयोडीन के महत्त्व को बताते हुए समक्ष नमक में आयोडीन परिक्षण करके बताया गया।इसके पश्चात भोजन के दो घंटे पूर्व चाय-काफी एवं कोल्ड ड्रिंक आदि नहीं लेने एवं कर्मी संक्रमण से बचने के उपाय की जानकारी देने के साथ हाथ धोने के 6 स्टेप्स की जानकारी प्रदान की।
परामर्श सत्र के आयोजन के आयोजन के पश्चात पूर्व निर्मित प्रश्न के आधार पर सभी प्रतिभागियों के बीच प्रश्न मंच का आयोजन किया गया।
प्रश्न मंच के दौरान सही जवाब देने के लिए वर्षा चौहान, दीपशिखा, आफरीन, अक्षता, शीतल, जया, रीना, वंदना, अंजलि एवं निशा को पुरुस्कृत किया गया।प्रतिभागियों द्वारा जवाब नहीं देने वाले या गलत जवाब देने वालें प्रश्नों का न्यूट्रीशन इंटरनेशनल के संभागीय समन्वयक द्वारा सही जवाब दिया एवं प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान किया गया एवं घर में पोषण वाटिका लगाने के फायदे बताने के साथ साथ घर में पोषण वाटिका बनाने हेतु प्रेरित किया गया।
सत्र स्थल पर लालिमा थाली का आयोजन किया गया जिसमे शहरी क्षेत्र की आंगनवाडी कार्यकर्ताओं द्वारा THR से निर्मित थाली, विभिन्न प्रकार के सलाद, स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्री से तैयार सामग्री, सुरजन से निर्मित भोजन आदि का प्रदर्शन किया गया। अंत में लालिमा थाली निर्मित करने के लिए प्रतिभागियों को पुरुस्कार प्रदान किया गया।प्रथम पुरुस्कार अर्चना भाटिया, द्वितीय पुरुस्कार रेनू जिनवाल एवं तृतीय पुरुस्कार रेखा डोंडीया को प्रदान किया गया।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी देने, एनीमिया के लक्षण एवं दूर करने के उपाय तथा भोजन विविधता को बढ़ावा देने की जानकारी देने के लिए प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, प्रदर्शनी में न्यूट्रीशन इंटरनेशनल तैयार किये हेंड बिल आदि का भी प्रदर्शन किया गया।