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जंग तो चंद रोज की होती है, पर जिन्दंगी बरसो तक रोती है


शहीद बलराम के पिताश्री का किया बहुमान
उज्जैन। अमर शहीद बलराम जोशी की 44वीं जयंती पर शहीद बलराम जोशी मंच द्वारा शहीद पार्क पर शहीद आदरंजली कार्यक्रम आयोजित किया गया।
माँ आनंदमयी ने अपने प्रेरक उदबोधन में कहा कि जंग तो चंद रोज की होती है, पर जिन्दंगी वर्षाे तक रोती है। देश की खातिर अपनी जान को कुर्बान करने वाले शहीदो, सैनिकों के परिवार ता उम्र यादों के तकिए से लिपटकर समय के भारी पन को महसूस करते है। कवि अरविंद सनन ने बलराम तुम्हारा ये बलिदान कविता से देश भक्ति का भाव जागृत किया। एडवोकेट सुरेन्द्र चतुर्वेदी ने कहा कि बलराम की शहादत से उज्जैन के युवाओं में राष्ट्र भक्ति का खून संचारित हुआ। भारत स्वर्णिम मंच के दिनेश श्रीवास्तव ने कहा सैनिक कभी दिवंगत नही होते वे तो केवल ओझल होते है। गीतकार सुगन चन्द्र जैन ने शहीदो से है राष्ट्र का गौरव गीत सुनाकर देश प्रेम को परिभाषित किया। हरदयालसिंह ठाकुर ने कहा कि राष्ट्र से बढ़कर कोई नही है.. राष्ट्र देवता की तरह है। इस अवसर पर कमल चौहान, पं. देवेंद्र पुरोहित, पं. उद्धव जोशी, शरद त्रिवेदी, अरविंद जोशी, केदार बंसल, शरद त्रिवेदी, दौलत सिंह कुशवाह, सुभाष गौर, चन्द्र शेखर जोशी, किशोर जोशी ने भी विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर शहीद बलराम जोशी के पिताश्री राधेश्याम जोशी का बहुमान किया गया। राष्ट्रपति अलंकरण से सम्मानित स्वामी मुस्कुराके द्वारा देश भक्ति से ओतप्रोत संचालन किया गया। आभार दिनेश श्रीवास्तव ‘चित्रांश’ ने माना। देश भक्ति नारों के साथ पुष्पांजलि दी गई।

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