दस्तक अभियान 18 दिसम्बर से प्रारम्भ होगा
उज्जैन । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. व्ही.के. गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि संपूर्ण प्रदेश के साथ-साथ उज्जैन जिले में भी दस्तक अभियान आगामी 18 दिसम्बर से प्रारंभ होगा। अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा घर-घर जाकर दस्तक दी जाएगी और परिवार में 5 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।
गौरतलब है कि अभियान के दौरान गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान की जाएगी और आवश्यकता अनुसार उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। पांच वर्ष तक की उम्र के बच्चों में एनीमिया की पहचान की जाएगी एवं उचित उपचार किया जाएगा। पांच वर्ष तक के समस्त बच्चों को विटामीन – ए की खुराक प्रदान की जाएगी। छोटे बच्चों में निमोनिया की पहचान की जाएगी एवं उचित उपचार प्रदान किया जाएगा। दस्त रोग नियंत्रण हेतु सभी घरों में ओआरएस के पैकेट प्रदान किये जाएंगे एवं ओआरएस घोल बनाए जाने की विधि समझाई जाएगी।
टीकाकरण से वंचित रह गए बच्चों को टीकाकरण सेवाएं प्रदान की जाएंगी। परिजनों को 6 माह तक केवल शिशु के स्तनपान एवं 6 माह पश्चात स्तानपान के साथ-साथ ऊपर से अतिरिक्त आहार प्रदान करने के बारे में समझाया जाएगा। कम वजन के बच्चों की उचित देखभाल एवं कंगारू मदर केयर के बारे में समझाया जाएगा। नवजात शिशु गहन चिकित्सा ईकाई से डिस्चार्ज हो चुके बच्चों को उचित देखभाल हेतु समझाया जाएगा। बच्चों में देखी जाने वाली जन्मजात विकृति की पहचान की जाएगी। समुदाय में अभियान के दौरान बीमार एवं नवजातों और बच्चों की पहचान प्रबंधन एवं रैफरल किया जाएगा। जन्म से 5 वर्ष तक के बच्चों की विगत 6 माह में हुई मृत्यु की ट्रेकिंग की जाएगी।
उज्जैन जिले में 0-5 वर्ष की उम्र के लगभग 280682 बच्चों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी साथ ही स्वास्थ्य तथा महिला बाल विकास विभाग के सहयोग से इस अभियान को सफल बनाया जाएगा। जनसमुदाय से अपिल है कि उक्त अभियान में स्वास्थ्य कर्मचारियों एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण में सहयोग प्रदान कर स्वास्थ्य सेवाएं संबंधी लाभ प्राप्त करें।