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डेढ़ साल से उप स्वास्थ्य केन्द्र पर नहीं हो रहा इलाज



24 घंटे प्रसव सेवा उपलब्ध कराने का दावा करने वाले प्रसव केन्द्र में डले ताले-जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को मौके पर बुलाकर बनवाया पंचनामा
उज्जैन। गंभीर डेम रोड़ पर अंबोदिया में बना उप स्वास्थ्य केन्द्र डेढ़ साल से अधिक समय से तालों में कैद है, यहां न इलाज के लिए डॉक्टर है, न नर्स, बिजली का बिल नहीं भरा तो एमपीईबी ने लाईट काट दी, यहां इलाज तो नहीं हो रहा पर शराब खोरी जरूर हो रही है। 24 घंटे निःशुल्क प्रसव सेवा उपलब्ध कराने का दावा करने वाला यह प्रसव केन्द्र एक दर्जन के करीब गांवों की महिलाओं को आज भी प्रसव के लिए 22 किलोमीटर दूर शहर में आने को मजबूर कर रहा है।
अंबोदिया निवासी जगदीश विश्वकर्मा ने जिला पंचायत उपाध्यक्ष भरत पोरवाल को शिकायत की कि घट्टिया तहसील स्थित ग्राम पंचायत अंबोदिया में उप स्वास्थ्य केंद्र अंबोदिया 2014 में बना था। यहाँ 24 घंटे निःशुल्क प्रसव केंद्र भी बनाया गया था। शुरुआत में 2 डॉक्टर 24 घंटे ड्यूटी पर, 2 आशा कार्यकर्ता सहित अन्य स्टाफ था। लेकिन करीब डेढ़ साल से अब कभी कभार ही एकाध दिन के लिए यह उपस्वास्थ्य केन्द्र खुलता है। इस उपस्वास्थ्य केंद्र से अंबोदिया, बड़वई, पूरीखेड़ा, सारोला, सिंगावदा, नईखेड़ी, सिलोदा रावल, इलासखेड़ी आदि गांव के करीब 15 हजार लोग लाभान्वित हो रहे थे। इसके बंद होने से सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं को हुई जिन्हें प्रसव के लिए 22 किलोमीटर दूर शहर में ले जाना पड़ता है। कई बार तो रास्ते में ही महिलाओं को प्रसुति हो जाती है। उपस्वास्थ्य केन्द्र की लाईट विद्युत पोल से कटी हुई है और अंदर 19 हजार से अधिक का बिल बकाया पड़ा था। जिला पंचायत उपाध्यक्ष मौके पर पहुंचे और उन्होंने कलेक्टर संकेत भोंडवे तथा एसडीएम घट्टिया एस डाबर को उपस्वास्थ्य केन्द्र पर हो रही अनियमितता की जानकारी दी। पोरवाल की शिकायत पर एसडीएम के निर्देश पर पटवारी अमिता उपाध्याय ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा बनाया। साथ ही नायब तहसीलदार ओमप्रकाश बेड़ा भी मौके पर पहुंचे। मौके पर उपस्थित मनोहरसिंह कुशवाह, महावीरसिंह ठाकुर, दिनेश कनौजिया, जगदीश विश्वकर्मा, रामसिंह छाड़िया, रितेश ठाकुर व अन्य ग्रामवासियों की मौजूदगी में पटवारी ने पंचनामा बनाया। भरत पोरवाल ने मांग की कि वर्तमान स्टाफ को निलंबित किया जाए तथा यहां हो रहे भ्रष्टाचार की जांच की जाए।
पटल पर दर्ज, केन्द्र पर नजर नहीं आता कोई
पटल पर अब भी सीएमएचओ के रूप में डॉ. अशोक यादव अंकित हैं वहीं डीपीएम अर्चना राठौर, बीएमओ एस.के. सिंह, बीपीएम वंदना नौरेती, सेक्टर अधिकारी नीलू मालवीय, सुपरवाईजर एम.एल. पटेल, एएनएम रेखा हनोतिया के नाम दर्ज हैं। लेकिन इनमें से कोई भी उपस्वास्थ्य केन्द्र पर नजर नहीं आया।

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