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किसी भी परिस्थिति में 31 दिसंबर तक मंडी बंद नहीं होने दी जावेगी



उज्जैन | मुख्यमंत्री द्वारा भावान्तर भुगतान योजना अंतर्गत किसानों के लिए उचित मूल्य दिलाने हेतु योजना 31 दिसंबर 17 तक लागू की गई है | कृषि उपज मंडी उज्जैन के हम्मालों द्वारा 50 किलो की भर्ती में तुलाई / हम्माली कार्य में लागू की जाने की मांग रखी गई एवं मांग नहीं मानने पर 28 नवम्बर मंगलवार से मंडी बंद करने हेतु मंडी प्रशासन को पत्र दिया गया इस पर तत्काल मंडी अध्यक्ष बहादुर सिंह बोरमुंडला द्वारा व्यापारियों एवं हम्माल तुलावटियों की संयुक्त बैठक आज दिनांक 24 नवम्बर को ली गई, जिसमें स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया कि सरकार द्वारा किसानों को उनकी फसल भावान्तर भुगतान योजना में विक्रय करने हेतु 31 दिसंबर तक की अवधि तय की गई है, उक्त अवधि में किसानों की उपज विक्रय में कोई परेशानी ना आवे | इसके लिए किसी भी परिस्थिति में मंडी बंद नहीं होने दी जावेगी | यदि हम्माल अपनी मांगों पर अड़े रहते हैं तो बड़े इलेक्ट्रॉनिक तोल काँटों से किसानों की उपज तुलवाई जाकर हाइड्रोलिक कर सीधे ढेर करने की सहमती उपस्थित व्यापारियों द्वारा दी जाकर मंडी अध्यक्ष की बात का समर्थन किया | वर्तमान में इन्दोर-उज्जैन संभाग की ए-ग्रेड की मंडियों में उक्त व्यवस्था लागू नहीं है यदि अन्य ए-ग्रेड की मंडियों में भी उक्त व्यवस्था लागू होती है तो मंडी द्वारा श्रम मानकों अंतर्गत ही कार्य कराया जावेगा | तब तक यह ध्यान रखा जावेगा कि किसानों के हित में किसी भी परिस्थिति में मंडी बंद नहीं हो बैठक में संचालक गण रघुनन्दन पाटीदार, मुकेश हरभजनका, कन्हैयालाल मीणा, भंवर सिंह राठौर, कमल सिंह हिरावत, अशोक चौहान, व्यापारी गण संतोष गर्ग, जीतेन्द्र अग्रवाल, हजारीलाल मालवीय, संतोष हरभजनका, आदि तथा हम्माल प्रतिनिधि एवं मंडी सचिव राजेश गोयल, महेश शर्मा, सुनील जारवाल आदि उपस्थित थे |

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